बिहार में बाढ़ग्रस्त इलाकों में फूड पैकेट के साथ ही मेडिकल किट का वितरण किया जाएगा। सभी बाढ़ प्रभावित जिलों में मेडिकल किटों का निर्माण करने के स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिए हैं। जिसके बाद बाढ़ग्रस्त जिलों में मेडिकल किट के निर्माण की कवायद शुरू कर दी गई है। बाढ़ग्रस्त इलाकों में सबसे ज्यादा परेशानी आम लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करने को लेकर होता है। इसलिए मेडिकल किट में पानी को शुद्ध करने को लेकर दवा की टिकिया भी उपलब्ध कराई जाएगी।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, एक मेडिकल किट में पांच प्रकार की दवाएं दी जाएंगी। इसमें दस्त के मरीजों के लिए उपयोगी ओआरएस के पांच पैकेट दिए जाएंगे। इसके साथ ही, पानी को शुद्ध करने और उसे पीने के काम में लाए जाने लायक बनाने को लेकर हैलोजन की 30 टिकिया भी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त 10 पैरासिटामोल के टैबलेट्स भी रखे जाएंगे। इसके अलावा डोम्परि डोन टैबलेट 10 एमजी का 10 टैबलेट और मैकोनजल नाइट्रेट क्रीम का एक ट्यूब दिया जाएगा। इनका प्रयोग चर्म रोग में किया जा सकेगा।
सांप और कुत्ता काटने की दवाएं अस्पताल में उपलब्ध होगी
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार बाढ़ग्रस्त इलाकों में स्थित अस्पतालों में सांप व कुत्ता काटने की दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इनके अतिरिक्त अन्य जरूरी दवाएं भी वहां मरीजों के लिए उपलब्ध रहेंगी। जिला मुख्यालय से सभी दवाएं प्रखंडस्तरीय अस्पतालों में भेजने का निर्देश सभी सिविल सर्जनों को दिया गया है।