बिहार में सांप्रदायिक भावना भड़काने के आरोप में निर्वाचन विभाग के उप-सचिव आलोक कुमार पर इओयू द्वारा एफआईआर दर्ज होने पर अधिकारियों ने नाराजगी जाहिर की है। आलोक कुमार पर आर्थिक अपराध शाखा की कार्रवाई के खिलाफ सोमवार को बिहार प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी काला बिल्ला लगाकर दफ्तर के आधिकारिक काम पूरे करेंगे। आलोक कुमार पर एक्शन के बाद से ही अधिकारी नाराज बताए जा रहे हैं।
मालूम हो कि बिहार में नरेंद्र मोदी सरकार की अग्निपथ योजना के तहत सेना बहाली के विरोध में चल रहे बवाल के बीच एक सरकारी पदाधिकारी के स्तर से समुदाय विशेष के खिलाफ टिप्पणी करने का मामला सामने आया था। इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने निर्वाचन विभाग में उप सचिव बिहार प्रशासनिक सेवा (बिप्रसे) के अधिकारी आलोक कुमार पर एफआईआर दर्ज की थी।
आलोक कुमार पर आरोप है कि उन्होंने एक विवादास्पद मैसेज शुक्रवार और शनिवार को कई व्हाट्सएप ग्रुप में वायरल कर दिया। यहां तक कि अपने बासा अधिकारियों के ग्रुप में भी इस मैसेज को वायरल कर दिया। इसके बाद ईओयू तक इस मसले की शिकायत पहुंची। तब उसने पूरे मामले की जांच करने के बाद इसे सही पाया व उनके खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई।
दूसरी ओर आलोक कुमार की तबीयत ज्यादा खराब होने की वजह से उनकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। अदालत में आर्थिक अपराध शाखा ने इससे संबंधित एफआईआर को प्रस्तुत करते हुए संबंधित अधिकारी के तबीयत खराब होने की सूचना दे दी है।