स्वाद और सेहत दोनों के लिए ही डोसा बेस्ट है. चाहे शाम के स्नैक्स के रूप में इसे खाएं या फिर लंच या डिनर में. जी हां, यह हम नहीं कह रहे, बल्कि डोसा खाने वाले ग्राहक ऐसा कहते हैं. वैसे तो राजधानी में डोसा की कई दुकानें हैं. पर आज हम जिस दुकान की बात कर रहे हैं वह अपने आप में खास है. खास इसलिए कि यहां अमूमन 400 से 500 पीस डोसा प्रतिदिन बिक जाता है. दुकान के मालिक बबलू बताते हैं कि सावन को लेकर मसाले में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है. इसलिए आम दिनों के मुकाबले सेलिंग अभी कम हो रही है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि बाकी के दिनों में यहां कितने डोसे की बिक्री होती होगी. अगर आप भी डोसा खाने के शौकीन हैं तो पटना के भूतनाथ रोड टीवी टावर के पास आ सकते हैं.

डोसा स्पेशलिस्ट सुरेश प्रसाद बताते हैं कि पिछले 20 साल से वे डोसा बना रहे हैं. बता दें कि स्पेशल डोसे में कई तरह के ड्राई फूट्स जैसे काजू, किसमिश और बादाम आदि मिलाए जाते हैं. इसके साथ ही इसमें पनीर भी मिलाया जाता है. इसके अलावा चावल और उड़द के दाल से बने घोल से डोसे का जो पेपर बनता है, उसका साइज भी स्पेशल डोसे में बड़ा रखा जाता है. सुरेश प्रसाद बताते हैं कि सामान्यत: 400 से 500 पीस डोसे की बिक्री होती है. इसमें सबसे ज्यादा मसाला डोसा होता है.
मसाला और पनीर डोसा है ट्रेंड में
दुकानदार बबलू कुमार बताते हैं कि वे बीते 10 वर्ष से अपनी दुकान चला रहे हैं. आज भी सबसे ज्यादा लोग मसाला डोसा ही पसंद करते हैं. जबकि, कुछ लोगों को पनीर डोसे का स्वाद ही भाता है. बता दें कि मसाला डोसे की कीमत 90 रुपए है. जबकि, सस्ता डोसा मात्र 60 रुपए में मिल जाता है. वहीं, पनीर डोसे की कीमत 130 रुपए और स्पेशल डोसे की कीमत 150 रुपए पड़ती है.