चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने एक बार फिर से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि चाचा-भतीजा नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने शिक्षक नियुक्ति के नाम पर दूसरे राज्यों के अभ्यर्थियों को बिहार में शिक्षक बनने के लिए भर्ती निकाली और बिहार के युवाओं को दूसरे राज्यों में जाकर मजदूरी करने को छोड़ दिया है.
दरअसल बिहार में शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर राजनीति चरम पर है. बीजेपी ने आरोप लगाया है कि एक तो बिहार में पहले से ही रोजगार नहीं है और जो थोड़ा बहुत निकल भी रहा है उसमें बाहर के लोगों को भी बुला लिया है. जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि तेजस्वी यादव ने वादा किया था कि हम 2 लाख शिक्षकों को नियुक्त कर रहे हैं. अभी तो परीक्षा शुरू ही हुई है. आपने देखा होगा कि बिहार के साथ-साथ सारे राज्यों के लड़कों के लिए भी बहाली निकाल दी.
प्रशांत किशोर ने कहा कि दूसरे राज्यों में बिहार के लड़के जाकर मजदूरी करेंगे और दूसरे राज्य के लड़के बिहार में आकर शिक्षक बनेंगे, जब नौकरी मिल जाएगी तो हमें आकर बताइयेगा कि बिहार के कितने लोगों को नौकरी मिल गई. इन्होंने ये बिल्कुल फर्जीवाड़ा किया है ये हो भी नहीं सकता है. प्रशांत किशोर ने कहा कि 32 सालों में अगर 10 लाख नौकरी दिए हैं तो वही डाटा जारी करें न कि हम इतने लोगों को नौकरी दिए हैं. दोनों चाचा-भतीजा बताएं कि कितने लाख लोगों को उन्होंने नौकरी दी है. आज 2 करोड़ लोग बिहार से बाहर जाकर मजदूरी कर रहे हैं और ये बड़ी-बड़ी बात कर रहे हैं.