मुजफ्फरपुर से हाजीपुर की ओर जाने वाली NH पर रामदयालू रोड के मधौल चौक के पास 100 साल पुराना मलंग स्थान है. यह मलंग स्थान मुजफ्फरपुर के सबसे पुराने मंदिरों में से एक है. मुजफ्फरपुर – हाजीपुर हाईवे पर लोकेटेड इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि रोजाना इस सड़क से गुजरने वाली हजारों गाडियां इस मंदिर पर रुकती है. लोग अपनी गाड़ी की यहां पूजा करवाते हैं.यह मंदिर लोगों को मनोकामनाएं पूरी करता है.
बड़े मंदिर के रूप में हो चुका है विकसित
यहां के सुक्कन बाबा कहते हैं कि रोजाना इस सड़क से गुजरने वाली हजारों गाड़ी इस मंदिर पर रुकती है. मलंग स्थान पर रुकने वाली सभी गाड़ियों में बड़ी गाड़ियों की संख्या अधिक होती है. लंबे सफर की गाड़ी ट्रक और बस बिना रुके इस मंदिर के आगे नहीं बढ़ती है. साथ ही सैकड़ों निजी गाड़ियों से भी लोग रोजाना मंदिर पर रुकते हैं. मंदिर पर रुकने वाली गाड़ियों की पुजारी विशेष पूजा करते हैं. वे बताते हैं कि करीब 100 साल पहले इस स्थान पर मलंग स्थान था, जो अब बड़े मंदिर के रूप में विकसित हो चुका है.
सुक्कन बाबा कहते हैं कि मुजफ्फरपुर में कई मलंग स्थान है, जिसमें रामदयालू रोड के मधौल चौक का यह मलंग स्थान बेहद प्रसिद्ध है. सुक्कन बाबा कहते है यह एक सिद्ध स्थान है. यात्रा करने के पूर्व बाबा का दर्शन करने से यात्रा सफल और सुखद होती है. इस मंदिर में मलंग बाबा के मंदिर के साथ-साथ भगवान शंकर का शिवलिंग भी स्थापित है.
नए वाहन खरीदने पर यहां पूजा कराने पहुंचते हैं लोग
सुक्कन बाबा की माने तो मंदिर में कई प्रकार के वार्षिक आयोजन भी होते हैं. नए वाहन खरीदने वाले लोग बड़ी संख्या में मलंग स्थान आते हैं और मलंग बाबा की पूजा करते है. उन्होंने बताया कि मंदिर की प्रसिद्धि मुजफ्फरपुर के साथ-साथ अन्य जगहों तक है. कई बार लोग दूर-दूर से सिर्फ मंदिर में दर्शन कर गाड़ियों की पूजा कराने मलंग स्थान आते हैं.