दाखिला लेते समय छात्र कॉलेज की ग्रेडिंग देखते हैं. नैक के द्वारा सभी कॉलेजों को वहां मौजूद सुविधाओं के आधार पर ग्रेडिंग दी जाती है. इस रैंकिग में पाटलीपुत्र विश्वविद्यालय के अनुग्रह नारायण (एएन) कॉलेज को नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिएशन काउंसिल (नैक) की तरफ से ‘ए प्लस’ ग्रेड प्राप्त हुआ है. इसी के साथ यह राज्य का पहला A+ ग्रेड वाला कॉलेज है. इस कॉलेज में मौजूद सुविधाएं नैक के मानकों के अनुकूल है. इस कॉलेज का इतिहास भी अभूतपूर्व रहा है. तीन बार से लगातार इस कॉलेज को A ग्रेड प्राप्त हो चुका है. इस बार इसको A+ ग्रेड मिला है. इस कॉलेज के पूर्व प्राचार्य प्रो एसपी शाही को राज्यपाल सह कुलाधिपति के द्वारा सर्वश्रेष्ठ प्राचार्य का पुरस्कार मिल चुका है. साथ ही इस कॉलेज कोसर्वश्रेष्ठ कॉलेज का अवार्ड मिल चुका है.
कैसे मिला A+ ग्रेड
एएन कॉलेज नैक के द्वारा A+ का दर्जा प्राप्त करने वाला बिहार का पहला अंगीभूत महाविद्यालय है. इससे पहले के तीनों साइकल में कॉलेज को नैक से ‘ए’ ग्रेड प्राप्त था. इस बार के रैंकिंग में इस कॉलेज को 3.36 अंक हासिल हुआ है. जिसमें कुरिकुलम में 3.25 अंक, टीचिंग-लर्निंग एंड इनोवेशन में 3.31 अंक, रिसर्च, इनोवेशन्स एंड एक्सटेंशन में 2.64 अंक,इंफ्रास्ट्रक्चर एंड लर्निंग रिसोर्सेज में 3.8 अंक, स्टूडेंट्स सपोर्ट एंड प्रोग्रेशन में 3.43 अंक, गर्वनेंस, लीडरशिप एंड मैनेजमेंट में 3.26, इंस्टीट्यूशन वैल्यूज एंड बेस्ट प्रैक्टिस में 4 अंक मिला है.
2017 से 2022 तक कॉलेज के प्राचार्य रहे प्रो. एसपी शाही ने नैक के लिए कॉलेज में कई तरह के सुधार कार्य किये जिसका परिणाम ‘ए प्लस’ ग्रेड के रूप में आया है. उनके बाद वर्तमान प्राचार्य डॉ. प्रवीण कुमार ने भी इस ग्रेड को बनाए रखने और इसमें बढ़ोतरी के कई प्रयास किए. इन्होंने बताया कि टीचर स्टूडेंट के अनुपात में हम पिछड़ जाते हैं क्योंकि हमारे पास 153 शिक्षकों के पद हैं जबकि शिक्षक मात्र 73 हैं. इसी वजह से हमारा अनुपात समान्य से बहुत कम है. इसमें हमारे अंक कट जाते हैं. अन्यथा यह ग्रेड A+ की जगह A++ होता. कॉलेज का इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर है , परीक्षा भवन, नया अत्याधुनिक सभागार, ई-लाइब्रेरी, कल्चर एक्टिविटी, सेमिनार, रिसर्च वर्क आदि सुविधाएं अच्छी है.
क्या होगा फायदा
नैक से ए ग्रेड या बी ग्रेड प्राप्त कॉलेजों को विकास के लिए राशि मिलती है. कॉलेज की ओर से यूजीसी को प्रपोजल बनाकर देना होता है, उसी हिसाब से ग्रांट दिया जाता है. अब एन कॉलेज को भी यूजीसी की तरफ से मिलने वाली अनुदान राशि बढ़ जाएगी और कॉलेज में हो रहे विकास में बढ़ावा मिलेगा. किसी कॉलेज में छात्रों के चौतरफा विकास होने पर बेहतर ग्रेड मिलता है. इनके अलावा कॉलेज में पिछले पांच साल में प्लेसमेंट, सांस्कृतिक कार्यक्रम, खेलकूद, एनएसएस समेत छात्रों के ओवरऑल परफॉर्मेंस को भी परखा जाता है. इन चीजों को परखने के लिए टीम आती है और उसी हिसाब से ग्रेडिंग देती है.