बिहार के भोजपुर के हरिशंकर पहलवान ने राष्ट्रीय विद्यालय खेल कुश्ती प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीत कर पूरे भारत में तीसरा स्थान प्राप्त किया. बिहार का प्रतिनिधित्व कर पदक जीत कर बिहार समेत अपने भोजपुर और अपने गांव की मिट्टी को गौरवान्वित किया है.
हरिशंकर की उम्र अभी महज 14 वर्ष ही है, लेकिन अखाड़े में अच्छे-अच्छे को पस्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ते. शाहपुर प्रखंड के ग्राम झौआ के मठिया के रहने वाले हरेंद्र गोसाई के 14 वर्षीय पुत्र हरिशंकर गोसाई के कमाल के बाद उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा है.
गांव के अखाड़े से गुरु हनुमान अखाड़े तक तय किया सफर
हरिशंकर पहलवान ने बताया कि पहले उन्होंने गांव के अखाड़े में ही स्थानीय गुरुजी काशीनाथ पांडेय की मदद से पहलवानी सीखी. उसके बाद वह अयोध्या में बने अखाड़े में चले गए. वहां पहले से गांव के समीप के एक सीनियर अभिषेक शुक्ला पहलवानी करते थे. उनकी मदद से अयोध्या में खेलते हुए दिल्ली के प्रसिद्ध अखाड़ा गुरु हनुमान अखाड़ा में ट्रायल दिया, जहां उसका चयन हो गया. अब वहां अर्जुन अवार्ड से सम्मानित कोच से पहलवानी के गुण सीख रहे हैं.
कई बाधाओं को पार कर राष्ट्रीय टीम में चयन
हरिशंकर ने बताया कि राष्ट्रीय स्कूली प्रतियोगिता तक सफर करना भी आसान नहीं था. कई स्टेज में चयन हुआ. उसके बाद मध्यप्रदेश के विदिशा में आयोजित आल इंडिया विद्यालय कुश्ती प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिला. सबसे पहले प्रखंड स्तर फिर राज्य स्तर और जिला स्तर पर लगभग 150 खिलाड़ियों में से चयन होने के बाद राज्य में 62 किलो वजन में 300 खिलाड़ियों के बीच सिर्फ एकलौते हरिशंकर का चयन हुआ. उसके बाद राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित इस टूर्नामेंट में हरिशंकर पूरे भारत में तीसरा स्थान प्राप्त कर ब्रॉन्ज मेडल बिहार और भोजपुर के नाम रोशन कर दिया.