आमतौर पर सरकारी विद्यालय का नाम सुनते हीं आपके जेहन में कई सवाल खड़े होते हैं. खासकर स्कूल की गंदगी, पेयजल, शौचालय, जमीन पर बैठकक बच्चों का पढ़ना, संसाधन का अभाव जैसे कई आम सवाल जेहन में आते हैं. लेकिन इन सारे सवालों को गलत साबित कर देता है बेगूसराय जिला का मध्य विद्यालय मोहनपुर. इस स्कूल में बच्चों को मिलने वाली सारी सुविधाएं किसी बड़ी निजी स्कूल से कम नहीं है. अब इस विद्यालय को बिहार स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए चयन किया गया है. बता दें कि बिहार स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार-2022 के लिए राज्य स्तर पर चयनित स्कूलों की सूची जारी कर दी गई है. जारी सूची के अनुसार बिहार स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार-2022 के लिए राज्य स्तर पर स्वच्छता के मापदंडों पर खरा उतरे सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों में मध्य विद्यालय मोहनपुर को अब पुरस्कार मिलेगा.

मध्य विद्यालय मोहनपुर के प्रधानाध्यापक विनय कुमार ने पुरस्कार के लिए स्कूल का चयन होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि हमें गौरव है कि 21 अगस्त को पटना में हमें स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा. उन्होंने आगे बताया 5 से 6 मापदंडों पर राज्य सरकार की टीम के द्वारा जांच की गई. जिसमें 5 स्टार मार्किंग हुई. प्रधानाध्यापक ने बताया कि बच्चों के लिए स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था, शौचालय, बच्चों की आदत में समाज की सहभागिता, परिसर और विद्यालय में स्वच्छता आदि बिन्दुओं पर जांच की गई थी
21 अगस्त को प्रधानाध्यापक होंगे सम्मानित
प्रधानाचार्य विनय कुमार को बिहार स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. यह कार्यक्रम 21 अगस्त को पटना के चंद्रगुप्त प्रबंधन संस्थान में आयोजित की जाएगी. बता दें कि इस स्कूल में 500 से अधिक बच्चे रोजाना अपनी पढ़ाई करते हैं. यह विद्यालय अन्य विद्यालयों की तुलना में काफी अलग है. इस स्कूल के पुस्तकालय, कंप्यूटर रूम, स्कूल का मॉडल अन्य विद्यालयों की तुलना में सबसे अलग है. इस विद्यालय की पढ़ाई को लेकर गुणवत्ता निजी स्कूल को भी फेल कर देगा.