अभी तक आपने एरोप्लेन वाले रेस्टोरेंट में बैठ कर खाना खाया होगा. बस वाले रेस्टोरेंट में भी बैठ कर फूड इंजॉय किया होगा, लेकिन क्या आपने कभी ट्रेन वाले रेस्टोरेंट में खाना खाया है. यदि आपका जवाब नहीं है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं है. रेलवे आपकी इस इच्छा को जल्द पूरा करने वाला है. रेलवे की ओर से बिहार के सात स्टेशन परिसर में रेल कोच रेस्टोरेंट खोलने की तैयारी है. इन रेस्टोरेंट्स के इंटीरियर को देख कर आपको लगेगा कि आप देश के सबसे लग्जरी ट्रेन महाराजा एक्सप्रेस में बैठे हैं और लजीज व्यंजनों का लुत्फ ले रहे हैं. यह रेस्टोरेंट बाहर से रेल कोच जैसा दिखेगा, लेकिन अंदर से इसका लुक बिल्कुल रॉयल होगा. रेस्टोरेंट में लोकल व्यंजनों के साथ-साथ संबंधित इलाके की खास मिठाइयां भी मिलेगी.
रेलवे की ओर से बिहार के सात रेलवे स्टेशन परिसर में जो रेल कोच रेस्टोरेंट खोले जाने हैं उसकी खासियत इसका इंटीरियर और इसमें मिलने वाले व्यंजन होंगे. बाहर से देखने में यह ट्रेन जैसा होगा, तो वहीं अंदर में महाराजा एक्सप्रेस जैसा. यह बिल्कुल रॉयल रेस्टोरेंट होगा. यह पूरी तरीके से वातानुकूलित होगा. यह खास रेल रेस्टोरेंट दानापुर रेल मंडल के आरा, बिहटा, झाझा और सोनपुर मंडल के हाजीपुर, बरौनी, बेगूसराय और खगड़िया स्टेशन परिसर में खुलेंगे.
आरा, बिहटा और झाझा के लिए टेंडर की प्रक्रिया चल रही है. वहीं, हाजीपुर, बरौनी, बेगूसराय और खगड़िया स्टेशन पर ई-ऑक्शन के माध्यम से कंपनियों को टेंडर दे दिया गया है. आने वाले दशहरा से इस रेस्टोरेंट में लोग खाने का लुत्फ उठाएंगे. बता दें कि, इस तरह के रेस्टोरेंट फिलहाल बिहार के कटिहार के अलावा वाराणसी, सिलीगुड़ी, इटारसी, न्यू जलपाईगुड़ी समेत देश के अन्य कई रेलवे स्टेशन पर पहले से संचालित हो रहे हैं.
रेल रेस्टोरेंट में खास होगा व्यंजन
इस खास ट्रेन रेस्टोरेंट में लोकल व्यंजनों को प्राथमिकता दी जाएगी. मेन्यू में स्थानीय भोजन और मिठाइयों को शामिल किया जाएगा. जैसे अगर रेस्टोरेंट आरा में है तो लिट्टी-चोखा और उदवंत नगर का खुरमा, बिहटा में सोन की मछली और मनेर का लड्डू, झाझा में मटन-चावल समेत अलग-अलग व्यंजन होंगे. इन रेस्टोरेंट्स में वेज, नॉन वेज और कॉन्टिनेंटल भोजन परोसा जाएगा. यह यात्रियों की सुविधा के लिए 24 घंटे खुला रहेगा और हर प्रकार के व्यंजन के लिए अलग-अलग किचन होगा.
पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने बताया कि रेस्टोरेंट के लिए रेलवे के पुराने एसी कोच इस्तेमाल होंगे. इसमें वीडियो के जरिए बिहार के दर्शनीय स्थलों की जानकारी भी दी जाएगी. रेस्टोरेंट में वाई-फाई की सुविधा भी निःशुल्क उपलब्ध होगी. लोग यहां शास्त्रीय संगीत और उस इलाके के लोक संगीत का भी आनंद ले सकेंगे.