पटना: बिहार के जहानाबाद जिला के मखदुमपुर प्रखंड स्थित धनरई गांव को राष्ट्रीय स्तर पर सर्वश्रेष्ठ मनरेगा पुरस्कार मिला है। जानकारी अनुसार 11 सितंबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में ग्रामीण विकास मंत्रालय के द्वारा आयोजित कार्यक्रम में धनरई पंचायत के मुखिया को सम्मानित किया गया। पंचायत के मुखिया अजय सिंह यादव ने मनरेगा पुरस्कार लेने के बाद कहा कि हमलोगों ने अपने दम पर साबित कर दिया है कि हम किसी से कम नहीं हैं।
बताते चले कि देश के 12 ग्राम पंचायतों को इस पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था। बिहार का यह पहला पंचायत है जिसे यह पुरस्कार पाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। मुखिया अजय सिंह ने बताया कि जब हमें इस बात की जानकारी मिली कि हमारा पंचायत मनरेगा पुरस्कार के लिए चयनित हुआ है तो पहले तो विश्वास ही नहीं हुआ लेकिन अधिकारियों की पुष्टि हमें गौरवान्वित कर दिया। यह पुरस्कार बेहतर कार्य करने वाले ग्राम पंचायतों को प्रदान किया जाता है।
उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं को क्रियान्वित करना हम अपना मिशन समझते रहें हैं। इसी के तहत केंद्र परियोजित मनरेगा कार्यों का भी यहां बेहतर तरीके से क्रियान्वित किया गया है। उन्होंने कहा कि पहले भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इस पंचायत मुख्यालय में आकर यहां के कार्यों का अवलोकन कर चुके हैं।
उन दो मुख्यमंत्रियों से मिले तारीफ के कारण पंचायत वासियों का हौसला बढ़ा और सभी मिलकर इसे और अधिक बेहतर बनाने में जुटे रहे। जिसके कारण ही इस विशिष्ट पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है।
Source: Live Bihar