इस बार बिहार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को प्रशासनिक तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। पंचायत चुनाव के दौरान सभी मतदान केंद्रों पर पर्याप्त सुरक्षा को लेकर मंथन प्रारंभ हो गया है. सभी मतदान केंद्रों पर बिहार पुलिस व गृहरक्षकों के साथ-साथ केंद्रीय अर्द्धसैनिक बलों की भी तैनाती करने का निर्णय लिया गया है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) सह जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी की देखरेख में एसपी, दोनों अनुमंडलों के एसडीएम व एसडीपीओ को सुरक्षा बलों की जरूरत व उनकी उपलब्धता को लेकर विमर्श किया गया.
पंच-सरपंच चुनाव में पहली बार ईवीएम का इस्तेमाल किया जायेगा। इसके लिए सभी जिलों में ईवीएम बुधवार को पहुंच गए। राज्य निर्वाचन आयोग ने पिछली समीक्षा बैठक के दौरान सभी जिलों को 20 जुलाई तक दूसरे राज्यों से ईवीएम लाने का निर्देश दिया था। राज्य में पंचायत चुनाव के दौरान कुल दो लाख 09 हजार ईवीएम का इस्तेमाल किया जाएगा। ईवीएम के माध्यम से चार पदों मुखिया, वार्ड सदस्य, पंचायत समिति सदस्य व जिला परिषद सदस्य के लिए मतदान होगा। जबकि दो पदों, पंच व सरपंच के लिए बैलेट बॉक्स के माध्यम से मतदान होना है।
राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव योगेंद्र राम ने बताया कि राज्य के सभी जिलों में ईवीएम पहुंच गए है, कुछ रास्ते में है, जो 24 से 48 घंटे के अंदर संबंधित जिलों में पहुंच जाएंगे। उन्होंने बताया कि 30 जिलों में पहले ही ईवीएम पहुंच गए थे। आठ जिलों में से सात जिलों में ईवीएम संबंधित राज्यों से आसानी से मिल गए। जबकि एकमात्र शेखपुरा के लिए ईवीएम लेने में तमिलनाडु में थोड़ी परेशानी हुई। उन्होंने बताया कि ईवीएम को दूसरे राज्य में भेजने के पूर्व तमिलनाडु सरकार ने ईएमएस (जांच) कराने की आवश्यकता जतायी।
उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में थोड़ी देरी हुई है, वहां से भी अंतत: ईवीएम मिल गया है। सूत्रों के अनुसार राज्य में पंचायत चुनाव को लेकर दो लाख 09 हजार ईवीएम को लाया गया है। सभी ईवीएम को भंडार-गृह में सुरक्षित रखा गया है। आयोग के निर्देशानुसार सभी ईवीएम की उपयोग के लिए पुन: जांच की जाएगी।