बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से बुधवार से जिले के 67 केंद्रों पर इंटर की परीक्षा पहले दिन शांतिपूर्ण माहौल में हुई। पहले दिन पहली पाली की परीक्षा शुरू होने के 10 मिनट बाद ही एक गणित का प्रश्नपत्र वाट्सएप के विभिन्न ग्रुपों में वायरल होने लगा। जिसके बाद पेपर लीक होने की चर्चा शुरू हो गई। हालांकि, ये वायरल पेपर फर्जी निकला।
बता दें कि परीक्षा शुरू होने के 10 मिनट बाद ही गणित का एफ ग्रुप का पेपर वायरल बताकर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर किया जाने लगा। पहली पाली की परीक्षा के बाद जब परीक्षार्थी निकले तो एफ ग्रुप से एक भी प्रश्नपत्र नहीं मिला। जिला शिक्षा पदाधिकारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि असामाजिक तत्वों ने पिछले साल के प्रश्नपत्र को एडिट कर उसे वायरल किया गया था। मूल प्रश्नपत्र से एक भी प्रश्न नहीं मिला।
उन्होंने बताया कि पहली पाली में एलएस कालेज, आरबीबीएम कालेज, मुखर्जी सेमिनरी, नीतीश्वर कालेज और उर्दू बालिका उच्च विद्यालय चंदवारा का जायजा लिया। इस दौरान सभी केंद्रों पर शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा संचालन हो रहा था। पहली पाली की परीक्षा देकर निकले राकेश कुमार, सुरभि कुमारी, ज्योति, मुकेश आदि विद्यार्थियों ने बताया कि इंटीग्रेशन व डिफ्रेंशिएशन पाठ से अधिक सवाल पूछे गए थे। प्रश्नों का स्तर मध्यम था। प्रश्नपत्र एनसीईआरटी की किताब से मिल रहे थे।
पहले दिन गणित की परीक्षा में जिले के कुल 67 केंद्रों पर 11,412 परीक्षार्थी आवंटित थे। इसमें से 11,294 परीक्षार्थी ही उपस्थित हुए। वहीं, 118 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। इसी तरह दूसरी पाली में 32951 आवंटित में से 32591 उपस्थित व 360 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।
जाम की परीक्षा में प्रशासन फेल, ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त
इंटर की परीक्षा को लेकर जिला प्रशासन की ओर से जाम से निपटने की तैयारी की पोल पहले ही दिन खुल गई। सुबह में परीक्षा से पहले भी चौक-चौराहों पर जाम की स्थिति रही। वहीं, पहली पाली की परीक्षा समाप्त होने के बाद जब परीक्षार्थी बाहर निकले और दूसरी पाली की परीक्षा के लिए बाहर पहले से खड़े विद्यार्थियों की भीड़ ऐसी फंसी कि ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो गई।