बिहार बोर्ड के इंटरमीडिएट के नतीजे जारी होने में कुछ दिनों की देरी और हो सकती है। जिस तरह से रिजल्ट में गड़बड़ी सामने आ रही है उसे पता चलता गया है इंटर और मैट्रिक दोनों के रिजल्ट में देरी होगी। रिजल्ट प्रोसेसिंग कर रही एजेंसिओं की गड़बड़ी के कारण इंटर का रिजल्ट 15 से 20 मई और मैट्रिक का रिजल्ट 25 मई यानी कि मई के अंतिम सप्ताह में आ सकता है।
बार कोडिंग में मिलान में जो गड़बड़ी हुई है उसका नतीजा रिजल्ट में देरी से होगा। मैट्रिक की उत्तरपुस्तिकाओं में पिछले साल की तरह इस बार भी बारकोड को चिपकाने में गलती हुई है। एक विषय की उत्तर पुस्तिका पर दूसरे की तो दूसरे विषय पर किसी अन्य का बारकोड लगा दिया गया है। इसी तरह एक जिला की उत्तर पुस्तिका दूसरे जिले में मिल गई है सब्जेक्ट ऑब्जेक्टिव ओएमआर आपस में बदल गए हैं।
यह सारी गड़बड़ी रिजल्ट प्रोसेसिंग करने वाली एजेंसी ने की है जब रिजल्ट तैयार करने का समय चल रहा है तब इसकी जानकारी दी गई है।
नियमित के साथ इस बार पूर्ववर्ती छात्रों का भी रिजल्ट
मैट्रिक और इंटर में नियमित के साथ इस बार पूर्ववर्ती छात्रों का भी रिजल्ट मैट्रिक और इंटर में नियमित के साथ इस बार पूर्ववर्ती छात्रों का भी रिजल्ट दिया जाएगा। बिहार बोर्ड में यह पहली बार ऐसा होगा जब मैट्रिक और इंटर के नियमित छात्रों के साथ पूर्ववर्ती छात्रों को भी मिलाकर रिजल्ट प्रकाशित किया जाएगा।
आपको बता दें कि मैट्रिक में ढाई लाख छात्र ऐसे हैं जिनका रिजल्ट इस बार नियमित छात्रों के साथ आएगा। ये वैसे छात्र हैं जो पिछले साल फेल हो गए थे। उन्हें दोबारा परीक्षा में बैठने का अवसर मिला और अब उनका भी रिजल्ट नियमित के साथ आएगा। इसी तरह इंटर में एक से डेढ़ लाख पूर्ववर्ती छात्र हैं जिनका रिजल्ट इस बार नियमित छात्रों के साथ ही आएगा।
पहले यह होता था कि रिजल्ट की घोषणा के 2 दिन बाद पूर्ववर्ती छात्रों के रिजल्ट की घोषणा होती थी। उनका रिजल्ट नियमित छात्रों के रिजल्ट आने के बाद 2 दिन बाद वेबसाइट पर अपलोड किया जाता था। इसे लेकर पिछले साल पूर्ववर्ती छात्रों ने काफी हंगामा किया था। इसके बाद ही चेयरमैन आनंद किशोर को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने तत्काल नियमित छात्रों के साथ ही पूर्ववर्ती छात्रों के रिजल्ट देने की घोषणा की।