बिहार BJP विधायक-विधान पार्षद आज देखेंगे फिल्म ‘द केरल स्टोरी’, महागठबंधन सरकार पर जनता को गुमराह करने का आरोप

जानकारी राजनीति

फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ ने विरोध के बीच अच्छी कमाई की है। अब बिहार भाजपा विधायक और विधान पार्षद भी यह फिल्म देखेंगे।

भाजपा विधानमंडल दल के नेता विजय सिन्हा की ओर से पार्टी के सभी विधायक और विधान पार्षदों को शुक्रवार की दोपहर तीन बजे मोना सिनेमा के एलिफिस्टन हॉल में ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म दिखाने की तैयारी है

बता दें कि इससे पहले पार्टी के सभी विधायक और विधान पार्षद विधानमंडल के विस्तारित सेंट्रल हॉल के बाहर लगे शीलापट के पास फोटो खिंचवा महागठबंधन सरकार की पोल खोलेंगे। भाजपा का आरोप है कि महागठबंधन सरकार दोहरी नीति अपनाकर जनता को गुमराह कर रही है।

इधर, विजय सिन्हा ने संसद भवन के उद्घाटन समारोह के बहिष्कार पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि 19 विपक्षी दलों की ओर से संसद भवन के उदघाटन समारोह के बहिष्कार करना दुर्भाग्यपूर्ण है।

उन्होंने कहा कि विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश भारत के संसदीय स्तंभ के रूप में नए संसद भवन के उदघाटन का विरोध भारत के लोकतंत्र का अपमान हैं। विपक्ष भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बढ़ते कद्दावर व्यक्तित्व से घबरा गया है और अवसाद में हैं ।

विरोध करने वालों को जनता देख रही-विजय सिन्हा

विजय सिन्हा ने आगे कहा कि बिहार में भी बिहार विधान मंडल के विस्तारित भवन का उदघाटन मुख्यमंत्री ने किया था। छत्तीसगढ़ राज्य में नवीन विधानसभा भवन का भूमि पूजन सोनिया गांधी और राहुल गांधी से कराया गया था। मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष गरिमामय उपस्थिति में थे।

उन्होंंने आगे कहा कि इस तरह के विरोध से ना भारत की प्रगति रुकेगी और ना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का बढ़ता कद्दावर व्यक्तित्व रुकेगा। देश के सम्मान, संप्रभूता और स्वाभिमान पर दलगत राजनीति नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी का विरोध करते करते यह देश विरोध पर उतर आए हैं।

विजय सिन्हा ने विपक्षी दलों को घेरते हुए कहा कि जब दुनिया भर में भारत की साख के चर्चे हैं, तब इस गौरवशाली अवसर का विरोध विपक्षी दलों की ओछी राजनीति और कुंठा से ज्यादा कुछ नहीं हैं। जो दल आज देश की संसद भवन का विरोध कर रहे हैं उन्हें देश की जनता देख रही है।

सम्राट चौधरी ने की विपक्ष से अपील

वहीं, इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। ऐसे वक्त पर विपक्ष का विरोध भारत के लोकतंत्र में उचित नहीं हैं। उन्होंने विपक्ष से इस कार्यक्रम में शामिल होने की अपील की। जिससे कि देश के लिए सत्ता और प्रतिपक्ष एक है, यह संदेश विश्व स्तर पर जाए।

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