सीबीआई ने शुक्रवार को लालू यादव के 12 ठिकानों पर छापा मारा। आरोप है कि केंद्रीय रेल मंत्री रहते लालू ने हर्ष कोचर को रेलवे के 2 होटल (रांची और पुरी में) गलत तरीके से दिलवाई।
इसके बदले कोचर ने लालू को पटना में 2 एकड़ जमीन दी, जिस पर मॉल बन रहा था। ये जमीन डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के नाम रजिस्ट्री हुई थी। बताया जाता है कि डिलाइट मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड की डायरेक्टर राजद के राज्यसभा सदस्य प्रेम गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता थी।
फिर साल 2014 में लालू के बेटे तेजप्रताप यादव, तेजस्वी यादव, बेटी चंदा और रागिनी को इस कंपनी का डायरेक्टर बनाया गया।
जानकारी के मुताबिक, 12 नवंबर, 2016 को कंपनी का नाम बदलकर लारा प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड कर दिया गया। ला मतलब लालू, रा यानी राबड़ी।
प्रोजेक्ट का नाम बदलते ही जमीन पर लालू की फैमिली का कानूनी कब्जा हो गया। 14 फरवरी, 2017 से राबड़ी देवी, तेज प्रताप और तेजस्वी को इसका डायरेक्टर बनाया गया। कंपनी में राबड़ी देवी का 2402 और दोनों पुत्रों के 800-800 शेयर हैं।