बताना चाहेंगे 1986 में विशाल रूप धारण कर आय बाढ का पानी इनरवा बाजार में नहीं घुस पाया था लेकिन इस बार के बाढ़ में आए बीते रात 11:30 बजे से लोगों में त्राहि त्राहि मची है. वही इनरवा बाजार, खमियां गाव पूर्ण रुप से बाढ़ की चपेट है तथा इनरवा के सट्टे देसावता गांव में काफी नुकसान बताया जा रहा है तथा बाढ़ के चपेट में आने से खमियां निवासी नूरा खातून पति असलम मियां की मौत रात को हो गई.
जब लोगों ने सुबह देखा तो दीवाल के दबी हुई महिला की लाश पड़ी हुई थी. जिसे लोगों में बाढ़ को लेकर काफी भय का माहौल बना हुआ है. लोग रात रात भर जाग कर अपनी जान वह अपने सम्मान की रक्षा कर रहे हैं लोगों की नींद हराम हो गई 12 रात पहले लोग छोटी कटवाती दर्द सो नहीं पा रहे थे, लेकिन अब बाढ़ की वजह से लोग भयभीत हो उठे सभी अपने सामानों को ठिकाना लगा रहे हैं, लेकिन बारिश अपने चरम सीमा पर है बारिश रुकने का नाम नहीं ले रहा है.