भोजपुरी सिनेमा के तीसरे दौर के सूत्रधार कलाकार रवि किशन आजकल प्रियंका चोपड़ा की नयी फिल्म ” काशी अमरनाथ ” के प्रोमोशन को लेकर व्यस्त हैं। हिन्दी में “लखनऊ सेंट्रल” के बाद अब “जूली 2” में दिखेंगे। इसके अलावे वो तेलुगू में चिरंजीवी के साथ एक बहुत बड़ी फिल्म कर रहे हैं।
रवि किशन का भोजपुरी फिल्मों से गहरा नाता है। वो कहते हैं सब बाद में, पहले भोजपुरी। रवि किशन कहते हैं चाहे मैं हिंदी फिल्म मुंबई सेंट्रल करूं या जूली 2, चाहे चिरंजीवी के साथ दो सौ करोड़ की फिल्म। मेरे लिए सबसे ज्यादा महत्व भोजपुरी फिल्मों का ही रहेगा। क्योंकि मेरी पहचान भोजपुरी से ही बनी है।
भोजपुरी मेरे लिए मां के हाथ का बना खाना है और कोई अपनी मां को कैसे भूल सकता है। इस फिल्म को लेकर तो मैं बेहद उत्साहित हूं। ये सुपरस्टार भोजपुरी फिल्म काशी अमरनाथ का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वो कहते हैं एक्शन भरपूर, रोमांच और रोमांस दोनों ही नये अंदाज में दिखाया जाएगा।
लेकिन, इस फिल्म की सबसे बड़ी खूबी इसका कथानक है, जो मनोरंजन के साथ संदेश भी देता है और दर्शकों को जागरूक करता है। फिल्म की कहानी बताते हुए वो कहते हैं कि अमरनाथ यानी मैं अपनी बहन आम्रपाली की जिद पर गांव की एक जमीन पर एक फैक्ट्री लगाना चाहता हूं।
जबकि उसी जमीन पर अस्पताल बनाने की योजना है। बहन के प्यार में मैं हर हाल में उस जमीन को पाना चाहता हूं। बाद में मुझे खुद लगता है फैक्ट्री से ज्यादा महत्वपूर्ण हॉस्पिटल है। रवि किशन कहते हैं कि इतनी अच्छी फिल्म बनाने के लिए मैं सबसे पहले मधु चोपड़ा को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने इस तरह की फिल्म बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।
संतोष तो धन्यवाद के पात्र हैं ही। इस बंदे की योग्यता को पहले मैंने ही परखा और “कईसन पियवा के चरित्तर बा” में लेखक के साथ साथ जबरदस्ती निर्देशक बनाया। उन्होंने आगे कहा कि मधु चोपड़ा और प्रियंका चोपड़ा (जैसी शख्सियत अगर हमारे साथ हैं। उनका सहयोग, मार्गदर्शन है फिर तो भोजपुरी सिनेमा को एक नई ऊंचाई तक ले जाने से कोई नहीं रोक पायेगा।
[उदय भगत की वॉल से साभार]