पटना में एक निजी चैनल के खास कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे भोजपुरी स्टार्स ने खास बातचीत में कहा कि राज्य सरकार को भी भोजपुरी में बनने वाली फिल्मों को सपोर्ट करना होगा, तभी ये भाषा और उससे जुड़े सभी लोगों को एक अलग पहचान मिल सकेगी।
भोजपुरी फिल्मों के सुपर स्टार कहे जाने वाले दिनेश लाल यादव निरहुआ ने कहा कि मराठी फिल्में जितना अच्छा व्यवसाय करती हैं, उसकी खास वजह ये है कि वहां के लोगों को अपनी भाषा प्यारी है।
हमारे बिहार में लोग भोजपुरी फिल्मों को देखना अपना अपमान समझते हैं जो ठीक नहीं, अपने भाषा से प्यार करना सीखना चाहिए। भोजपुरी फिल्में अपनी माटी से जुड़ी होती हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी बिहारी माटी की खुशबू भोजपुरी फिल्मों में दिखती है लेकिन ये भी सच है कि भोजपुरी फिल्मों में अश्लीलता से जोड़कर देखा जाता है। ये बातें थीं लेकिन आज जो फिल्में बन रही हैं उनमें अश्लीलता पर लगाम लगी है और अाप अब भोजपुरी फिल्में भी अपने परिवार के साथ बैठकर देख सकते हैं।
उन्होंने कहा कि गंगा मैया तोहे पियरी चढ़इबो फिल्म ने कई कीर्तिमान स्थापित किए थे और लोगों ने भोजपुरी फिल्मों को भी देखना पसंद किया था। लेकिन उसके बाद बीच के दौर की फिल्में अश्लीलता से भरी होती थीं , लेकिन जो बी ग्रेड का ठप्पा भोजपुरी फिल्मों पर लगा था, फिल्में अभी भी उससे उबर नहीं पाईं हैं।
उन्होंने बताया कि अश्लीलता ना कोई दिखाना चाहता है और ना ही बहुत लोग देखना ही पसंद करते हैं, लेकिन अब बेहतरीन पारिवारिक फिल्में भी बन रही हैं, बेहतरीन लवस्टोरीज भी बन रही हैं। कई एेसी फिल्में हैं जो उदाहरण हैं, जिसको दर्शकों ने काफी सराहा है।
निरहुआ ने कहा कि क्षेत्रीय भाषा की फिल्मों की बात करें तो जितना ध्यान दूसरे राज्यों की सरकारें देती हैं, उतनी मदद यहां नहीं मिलती, जिससे भोजपुरी अपने ही घर में उपेक्षित है। हम सबकी कोशिश है कि भोजपुरी फिल्में हर वर्ग के हर तरह के दर्शकों तक पहुंचे।
दिनेश लाल यादव निरहुआ, आम्रपाली दुबे, काजल राघवानी और खेसारीलाल यादव सोमवार को पटना में आयोजित एक सांसकृतिक कार्यक्रम में शिरकत करने आए थे।