वायुसेना फाइटर प्लेन की कमान पहली बार महिला पायलटों के हाथ में दी गई तो देशभर से तीन लड़कियों को इसके लिए चुना गया है। भारतीय वायु सेना का लड़ाकू विमान उड़ाने के लिए अवनी चतुर्वेदी (मध्य प्रदेश) और मोहना सिंह (गुजरात) के साथ दरभंगा की बेटी भावना कंठ को भी चुना गया।
भारतीय वायु सेना में शॉर्ट सर्विस कमिशन के तहत पायलट के रूप में नियुक्त हुई। हैदराबाद स्थित एयरक्राफ्ट एकेडमी में फाइटर प्लेन उड़ाने का प्रशिक्षण लेने के बाद भावना 18 जून 2016 को वायुसेना की फाइटर स्ट्रीम में शामिल हुईं।
भावना दरभंगा के घनश्यामपुर प्रखंड के बाऊर गांव की मूल निवासी हैं उनका परिवार फिलहाल दरभंगा के भैरवपट्टी बैंकर्स कॉलोनी में रहता है। उनके पिता तेज नारायण कंठ इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में बतौर अभियंता यूपी के मथुरा में कार्यरत हैं। उसके दादा बौद्ध नारायण कंठ इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की बरौनी रिफाइनरी में एक सामान्य इलेक्ट्रिशियन थे।
भावना कहती हैं, “बचपन से ही आसमान में उड़ने का सपना देखती थी। हमेशा से चिड़ियों की तरह उड़ना चाहती थी। अब यह सपना पूरा होने जा रहा है।”
भावना ने अपनी 10वीं तक की स्कूली शिक्षा बेगूसराय जिला अंतर्गत बरौनी रिफाइनरी के डीएवी स्कूल से पूरी की। वे बताती हैं कि 10वीं के बाद कोटा के विद्या मंदिर स्कूल में दाखिला लिया। साथ में इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा के लिए कोचिंग भी ली। कठिन मेहनत का सुफल रहा कि बेंगलुरु के बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में बी.टेक. (इलेक्ट्रॉनिक्स) के लिए चयन हो गया।