बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से अब डाइरेक्ट कनेक्टिविटी पश्चिम चंपारण जिले का होगा। इससे दूरी भी काफी कम हो जाएगी। भारतमाला परियोजना के तहत यूपी तक 29.22 किलोमीटर लंबी फोरलेन सड़क निर्माण को लेकर कवायद शुरु कर दी गई है। जिले के चनपटिया, बैरिया एवं ठकराहां प्रखंड से होकर गुजरने वाली इस सड़क को लेकर भूमि का डाटावेश तैयार किया जा रहा है।
जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अनिल कुमार राय की माने,तो भूमि अधिग्रहण में किसी तरह की बाधा या चुक नहीं हो इसको लेकर भूमि संबंधित कागजात एवं खतियान की डाटावेश तैयार की जा रही है। ताकि भूमि अधिग्रहण का कार्य में किसी तरह की गतिरोध नहीं हो। निर्वाध्यरुप से इस फोर लेन में पड़ने वाली जमीन का अधिग्रहण किया जा सके। उन्होंने बताया है कि जिले के मनुआपुल से यूपी के सेवरही विकासखंड तक फोरलेन सडक की निर्माण होनी है। जिसमें पश्चिम चंपारण जिले के दो दर्जन से ज्यादा गांवों के खतियान का नकल जरुरी है। जिसे जिला राजस्व अभिलेखागार से उपलब्ध कराना है।
तैयार होगी अधियाचना, शुरु होगी भू-अर्जन
भारतमाला परियोजना के तहत होने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-727 के खेसरा पंजी,आरेखित नक्शा एवं अधियाचना तैयार करने की कवायद शुरु कर दी गई है। जिसमें चनपटिया अंचल के भरपटिया, बगही, पतरखा, बैरिया अंचल के पटजिरवा, बैजुआ एवं ठकराहां अंचल के श्रीनगर राजस्व गांव में पड़ने वाली भूमि शामिल है। जिला भू-अर्जन कार्यालय भू-अर्जन जिले के सीमा में पड़ने वाली भूमि की अधियाचना तैयार एनएचआई भेजेगा। ताकि फोरलेन सड़क निर्माण कार्य को लेकर भू-अर्जन का काम शुरु हो सके।
मनुआपुल से तमकुही तक होगा सड़क का निर्माण
भारतमाला परियोजना की तहत जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-727 ए के जिले के मनुआपुल से तमकुही (सेवरही विकासखंड) तक 29.22 किलोमीटर लंबी फोरलेन सडक की निर्माण होगी। यह यूपी के एनएच 730 के सेवरही से मिलेगी। इस फोरलेन सडक की निर्माण पर 3 हजार करोड़ की राशि खर्च होनी है। इसकी निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण करायेगी। इस फोरलेन सडक के निर्माण हो जाने से जिले से यूपी तक कनेक्टिविटी बढेगी। लोगों को कम समय में बेहतर यातायात की सुविधा मिलेगी। इतना ही नहीं दिवारावर्ती इलाके का विकास भी होगा।
गंडक नदी पर पर बनेगा 11.2 किलोमीटर लंबा पुल
जिले के मनुआपुल से उत्तर प्रदेश के सेवरही तक होने वाली फोरलेन सडक में एक पुल का भी निर्माण होगा। गंडक नदी में बनने वाले इस पुल की लंबाई 11.2 किलोमीटर होगी। लंबा पुल होने का सबसे बड़ा कारण यह है कि एनएच-727ए फोरलेन सड़क का अधिकांश हिस्सा गंडक दियारावर्ती इलाके से होकर गुजरेगी। इससे इन इलाकों में कनेक्टिविटी तो बढ़ेगी ही। साथ ही विकास भी होगा।