भले ही सरकार ने एससी-एसटी अत्याचार निवारण संशोधन अधिनियम बिल लोकसभा में पेश कर दिया हो, लेकिन इसके बावजूद कई दलित संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया है. लेकिन ऑल इंडिया अंबेडकर महासभा के साथ ही कुछ अन्य दलों ने खुद को इस बंद से अलग कर लिया है. जहां-जहां बंद से सरगर्मी के आसार हैं पुलिस-प्रशासन मुस्तैदी का दावा कर रहा है.
भारत बंद पर प्रशासन अलर्ट
भारत बंद आह्वान को देखते हुए पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. वहीं बिहार में भी प्रशासन अलर्ट मोड में है. साथ ही प्रशासन की ओर से रेलवे, हवाई अड्डों, प्रमुख धार्मिक स्थलों पर कड़े सुरक्षा के इंतजाम किये गये हैं. बंद को देखते हुए मध्य प्रदेश पुलिस भी हाई अलर्ट पर है. कई जिलों में प्रशासन ने धारा-144 लगा दी है. बता दें, पिछली बार दलित संगठनों के भारत बंद के दौरान मध्य प्रदेश के भिंड सहित कुछ इलाकों में भारी हिंसा हुई थी.
पटना में राजद उतरेगा सड़क पर
दलित समुदाय केंद्र सरकार पर अपनी मांगों के लिए दबाव डाल रहा है और अपना संदेश सरकार तक पहुंचाने के लिए समुदाय के कार्यकर्ता आज दिल्ली के कनॉट प्लेस समेत कई व्यस्त सड़कों, बाजारों में प्रदर्शन और रैलियां करेंगे. इधर बिहार की राजधानी पटना में भी राजद सड़क पर उतरेगा. राजद के नेता और कार्यकर्ता ह्यूमन चेन बनाकर अपना विरोध जताने वाले हैं.
सोशल मीडिया पर पैनी नजर
सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाने वालों पर भी कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं. भारत बंद जैसी स्थिति नहीं है. लेकिन कुछ संगठनों की अपील को देखते हुए व्यापक सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं. सावन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ जिलों में ज्यादा भीड़ होती है, इसलिए वहां पहले से फोर्स अलर्ट है.