जिला मुख्यालय समेत विभिन्न प्रखंडों में बुद्ध पूर्णिमा मनाई गई। इस मौके पर विभिन्न जगहों पर पूजा अर्चना कर सुखमय जीवन की कामना की गई तथा ब्राह्माणों को दान-दक्षिण देकर आशीर्वाद लिया गया। वहीं विभिन्न घरों में खीर का प्रसाद बना भगवान को अर्पित किया गया तथा श्रद्धालुओं के बीच वितरण किया गया। इसके अलावा कई जगहों पर भगवान बुद्ध की जयंती मनाई गई। जानकारी के अनुसार जीरादेई प्रखंड के तितरा गांव स्थित तितिर स्तूप स्थित बुद्ध मंदिर में सोमवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना कर विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की गई। काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना कर सुखमय जीवनी की कामना की। इस दौरान श्रद्धालुओं ने कहा कि बुद्ध मानव सभ्यता के इतिहास में मील के पत्थर हैं। बुद्ध दार्शनिक नहीं, ²ष्टा थे क्योंकि उन्होंने कभी सोचा नहीं, सिर्फ देखा। बुद्ध कहते हैं कि केवल अपने अंदर देखो, इससे ही तुम्हें परम ज्ञान प्राप्त हो जाएगा। इस मौके पर गणेश दत्त पाठक ने कहा कि विश्व में हिसा और सामाजिक भेदभाव बढ़ रहा है।
मनुष्य विचारों से हिसात्मक होता जा रहा है। शोधार्थी केके सिंह ने बुद्ध की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए सभी को अनुशरण करने की अपील की। कार्यक्रम के दौरान बौद्ध दर्शन को आत्मसात कर बेहतर भारत बनाने का संकल्प लिया गया। इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालुओं खीर बनाकर भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना की जहां काफी संख्या में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर युवा चित्रकार रजनीश कुमार मौर्य, चित्रकार अविनाश कुमार, गोपालगंज के लोकपाल प्रशांत कुमार, राष्ट्रसृजन अभियान के राष्ट्रीय महासचिव ललितेश्वर कुमार, रामदेव विचार मंच के संस्थापक अभिषेक कुमार सिंह, मुखिया नूरनवाब अंसारी, सरपंच चुन्नू सिंह, प्रमोद शर्मा, माधव शर्मा, हरिशंकर चौहान, बलिद्र सिंह, आयुष दुबे, डा. सुजीत सिंह, रविभूषण दुबे, निशांत पांडेय, हरिकांत सिंह, अंकित मिश्र, नितेश कुमार सिंह, अंकित सिंह, अशोक सिंह, धुरेंद्र राम, सीता राम समेत काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।
सेवा व जीवन जीने की कला सिखाता है बौद्ध दर्शन : जीतेश
जासं, सिवान : दारौंदा थाना क्षेत्र के दक्ष नगर ढेबर में सोमवार को दक्ष बीएसी नर्सिंग कॉलेज एंड हास्पिटल में बुद्ध पूर्णिमा पर त्रिरत्न का पाठ किया गया । कॉलेज के निदेशक डॉ. जीतेश कुमार सिंह ने कहा कि बौद्ध दर्शन सेवा व जीवन जीने की कला को सिखाता है । बताया कि बुद्ध का दर्शन समता मूलक समाज का निर्माण करता है तथा समाज में फैले आडंबर एवं कुरीतियों पर प्रहार करता है। प्राचार्य डॉ अमित चतुर्वेदी ने बताया कि बुद्ध के जीवन काल का सिवान से गहरा संबंध है जो सिवान के धार्मिक ,सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक महत्व को उजागर करता है जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण पपौर व तितिर स्तूप के परीक्षण उत्खनन में प्राप्त पुरातात्विक अवशेष में मिलता है। इस मौके कॉलेज के छात्र एवं छात्राओं ने बुद्ध के बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया । उमा शंकर शाह , शंकर मांझी,मुनिलाल मांझी,पिकी कुमारी,प्रियंका कुमारी,रीता देवी, चिता देवी रविद्र सिंह, मुनमुन आदि उपस्थित थे