यूं तो मुंबई का गणेश उत्सव काफी खास माना जाता है, लेकिन बिहार के भागलपुर में भी गणेश उत्सव को लेकर खूब धूम मची है. शहर में कई जगहों पर गणेश प्रतिमा की स्थापना की गई है. लेकिन, सबसे पहले भागलपुर के सोना पट्टी में गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना हुई थी.
इसके बाद पूरे शहर में प्रतिमा स्थापित करने का दौर शुरू हो गया. इस बार सोना पट्टी की प्रतिमा खास है. यहां इस बार मिट्टी से नहीं, बल्कि सुपारी से प्रतिमा को बनाया गया है. मूर्ति बना रहे कलाकार रंजीत पंडित ने बताया कि 61 किलो सुपारी से यह प्रतिमा तैयार की जा रही है.
पूजा और खाने वाली सुपारी से हुए हैं तैयार
कलाकार रंजीत पंडित ने बताया कि हर वर्ष सोना मिट्टी की प्रतिमा वह ही तैयार करते हैं. शहर के अलग-अलग कोने से लोग उसे देखने पहुंचते हैं. काफी धूम मची रहती है और वहां की मूर्ति हर वर्ष आकर्षण का केंद्र रहती है. रंजीत ने बताया कि इस बार पूजा और खाने वाली सुपारी को मिलाकर प्रतिमा को तैयार किया जा रहा है. कलाकार गौतम कुमार ने बताया कि यह करीब 11 फीट ऊंची मूर्ति है. सुपारी से बनाने का खास मकसद है कि श्रीगणेश की पूजा बिना सुपारी के संभव नहीं है, इसलिए इस बार खास सुपारी से ही मूर्ति बन रही है.
हर साल अनोखी मूर्ती होती है तैयार
यह मूर्ति 4 माह पहले से ही तैयार होती है. इसको अंतिम रूप दिया जा रहा है. बताया कि खास तरह की मिट्टी से इसमें सुपारी को चिपकाया जा रहा है. पूजा समिति के महंत विष्णु कुमार शर्मा ने बताया कि यहां पर हर वर्ष अलग-अलग तरह से प्रतिमा को तैयार किया जाता है, जो लोगों के आकर्षण का केंद्र बनती है. लोगों की काफी भीड़ होती है. इस बार गणेश उत्सव का यहां 34वां साल है.