लोक आस्था का महापर्व छठ प्रारंभ होने में कुछ दिन शेष रह गए हैं. इसको लेकर व्रती तैयारी में लग गई हैं. आपको बता दे कि इसमें व्रती नई साड़ी का प्रयोग करती है. जिसको लेकर भागलपुर के साड़ी का इस बार कारोबार लगभग 10 करोड़ का होने वाला है. इसको लेकर बुनकर हेमंत कुमार से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि हर साल के भांति इस साल भी छठ में बिहार के कई जिलों से साड़ियों का आर्डर मिला है. इसके साथ ही देश के अलग-अलग राज्यों में भी अब छठ की परंपरा शुरू हो गई. तो वहां भी इस को लेकर साड़ी की डिमांड आई है. इस बार लीलन और कॉटन साड़ी की मांग बहुत है.

हेमंत ने बताया कि इस बार दुर्गा पूजा से लेकर दीपावली तक साड़ी की कोई खास बिक्री नहीं रही. लेकिन छठ पर में यहां के कॉटन व लीलन की मांग बढ़ी है. कोलकाता से सबसे अधिक आर्डर मिले हैं. वहीं, इसके साथ ही विदेश में भी भारतीय मूल के रहने वाले लोग छठ व्रत को करते हैं, तो इसको लेकर कुछ साड़ियों के ऑर्डर विदेश से भी आए हैं.
अमेरिका से एक करोड़ के साड़ी का आर्डर मिला
अमेरिका से एक करोड़ के साड़ी का ऑर्डर मिला है. इससे बुनकरों में खुशी जरूर है. हेमंत कुमार ने बताया कि जिस तरीके से पहले सिल्क की साड़ियां यहां से बाहर जाती थी अब लीलन व कॉटन की मांग अधिक होने लगी है. छठ पर्व में खासकर महिलाएं सूती साड़ी ही पसंद करती है. इसलिए कॉटन व लीलन अधिक डिमांड में है. इसको लेकर कारीगर नए-नए डिजाइन में साड़ियां तैयार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि कोलकाता से मधुबनी प्रिंट व मंजूषा प्रिंट की साड़ियों का ऑर्डर मिला है. हम लोग लगातार साड़ियां तैयार करने में लगे हुए हैं. कुछ का ऑर्डर भेजे भी जा चुके हैं.