भागलपुर के एक गर्ल्स हॉस्टल ने अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों के लिए बुर्का पहनने का फरमान जारी कर दिया है. जिसको लेकर छात्राओं ने कड़ी नाराजगी जताते हुए हॉस्टल गेट पर हंगामा करते हुए पथराव किया. छात्राओं का कहना है कि वो शरिया कानून बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. मामला बढ़ता देख मौके पर सर्कल ऑफिसर ने पहुंच मामला शांत कराया. सर्कल ऑफिसर ने दोनों पक्षों की बात सुन उनके बयान दर्ज ले लिए हैं।।
पता चला है, फरमान का विरोध कर रही छात्राओं ने कहा कि हॉस्टल अधीक्षिका हम लोगों के साथ दुर्व्यवहार करती हैं. यदि हम पैंट पहनते हैं तो वो हमें गाली देती हैं. वहीं, उनका कहना है कि बिहार की गर्म मौसम में बुर्का पहनना आसान नहीं है. इसी वजह से हम यदि कभी परिसर के अंदर पैंट और टीशर्ट पहन लेते हैं तो अधीक्षिका गाली देने लगती है.
छात्राओं ने अधीक्षिका पर परिजनों को गलत जानकारी देने का भी आरोप लगाया. छात्राओं ने कहा कि अधीक्षिका हमारे माता-पिता को गलत जानकारी देती हैं कि हम लड़कों से बात करते हैं. यदि हम उनकी बात न माने तो वो उल्टी-सीधी बातें कहने लगती हैं. वहीं, इस मामले में अधीक्षिका ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को नकार दिया