पितरों को मोक्ष दिलाने के लिए श्राद्ध पक्ष की शुरुआत से पहले ही बंगाल के पिंडदानी गया आ रहे हैं। गया में इस समय रोजाना 20 हजार से अधिक श्रद्धालु पिंडदान के लिए आ रहे हैं। गयापालों यानी गया के पंडों का कहना है कि हर साल भादो महीने में होने वाले पिंडदान कर्म के 80 फीसदी से ज्यादा बंगाल के पिंडदानियों द्वारा किए जाते हैं। श्राद्ध पक्ष या पितृ पक्ष से पहले इतनी भीड़ के चलते अनुमान लगाया जा रहा है कि इस बार श्रद्धालुओं की भीड़ पिछले साल से अधिक रहेगी।
बंगाली भादो माह को पिंडदान के लिए मानते हैं उत्तम
गयापालों के अनुसार बंगाली श्रद्धालु पितृपक्ष से पहले भादो महीने को पिंडदान के लिए उत्तम मानते हैं। ज्यादातर बंगाली इसी महीने में पितरों के मोक्ष के लिए पिंडदान
करते हैं। बिहार के गया में हर साल देश के हर कोने से भारी संख्या में श्रद्धालु पिंडदान करने आते हैं।