भभुआ के 91 तालाब को अमृत सरोवर बनाने की दी स्वीकृति, 1 मई से शुरू होगा काम

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भभुआ के 91 चयनित तालाबों को ‘अमृत सरोवर’ निर्माण के लिए तकनीकी व प्रशासनिक स्वीकृति मिली। इसपर 1 मई 2022 से काम शुरू होगा। इसके निर्माण से ग्रामीणों को कई फायदे होंगे। किसान, पशुपालक के अलावा आमजनों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। इन सरोवरों से ग्रामीणों को न सिर्फ पेयजल उपलब्ध होंगे, बल्कि ग्राउंड वाटर रिचार्जिंग में भी वरदान साबित होंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 24 अप्रैल को पंचायती दिवस के मौके पर अमृत सरोवर मिशन की शुरुआत की थी, जिसे एक मई से मूर्तरूप देने का काम होगा।

अमृत सरोवर मिशन के तहत एक एकड़ भूमि में एक सरोवर का निर्माण किया जाएगा। इसकी क्षमता 10 हजार क्यूबिक मीटर पानी की होगी। इन सरोवरों को विकसित करने में मनरेगा, पंचायती राज, नमामि गंगे, राजस्व लघु सिंचाई, वन पर्यावरण, संस्कृति विभाग की भी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। सरोवरों के निर्माण के बाद पंचायतों को सम्मानित भी किया जाएगा। यह संभव है कि इसकी देखभाल करने के लिए किसी महिला संगठन या हो सके तो जीविका परियोजना को जिम्मेदारी दी जाए।

इन सरोवरों को आकर्षक लुक के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें गांव के सीवरेज का पानी कतई नहीं जाएगा। इसमें चबूतरा, सामुदायिक भवन, शौचालय, पौधरोपण, लाइट लगाने पर काम करने की बात कही जा रही है। अगर कुर्सीयान स्थापित कर फेवर ब्लॉक का पथ बना दिया जाए, तो इस हरेभरे सरोवर परिसर में मॉर्निंग वाक, योगासन, व्यायाम करने वालों की भीड़ लगेगी। जब गांव के लोग एक जगह एक साथ होंगे तो आपस में भाईचारगी भी बढ़ेगी।

प्राकृतिक रूप से अहम होगा अमृत सरोवर
जिले के जलस्तर में जब गिरावट आई है, तब अमृत सरोवर मिशन की शुरुआत जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है, जो जल संसाधनों के संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है। यह जन-जीवन के लिए जल आपूर्ति के साथ प्राकृतिक रूप से भी अहम है। छोटे-बड़े सरोवरों को विकसित कर सुविधाजनक बनाए जाने से शहर की तरह गांव में भी पार्क की सुविधा मिल सकेगी। क्योंकि इसमें फूलों की क्यारी होगी। पौधे होंगे। स्वच्छ पानी वाला सरोवर होगा।

आजादी के अमृत महोत्सव पर हो रहा शुरू
आजादी के अमृत महोत्सव के तहत लिए गए संकल्पों में से 91 अमृत सरोवर की योजना को जिला में मूर्त रूप देने के लिए प्रारंभिक सभी तैयारीा पूरी कर ली गई है। कैमूर जिला में जल संकट को दूर करने के लिए अमृत सरोवर में सतही जल को एकत्रित करके वॉटर लेवल बनाए रखने की योजना कारगर साबित होगी। अमृत सरोवर योजना को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन ने इसे मिशन मोड पर ले जाने का संकल्प लिया है।

अमृत सरोवर से मिल सकेगा रोजगार व राजस्व
अमृत सरोवर जल संरक्षण, मछली पालन, रोजगार सृजन और वाणिज्यिक पौधरोपण की एक योजना है। प्रत्येक अमृत सरोवर के चारों ओर तीन स्तरीय व्यावसायिक पौधरोपण में नींबू, आम, अमरूद, मौसमी, जामुन आदि जैसे व्यावसायिक पौधे रोपे जाएंगे। अगर सरोवर या फलों के पेड़ों की नीलामी की जाती है, तो इससे सरकार को राजस्व मिलेगा और बेरोजगारों को रोजगार भी उपलब्ध हो जाएगा।

मोहनियां अनुमंडल के चयनित पोखरे
मोहनियां की चौरसिया मुसहर बस्ती, चौरसिया मुख्य पथ किनारे, पानापुर दलित बस्ती, अंजानबिर, समीरा, इस्माइलपुर, सरहुला मंदिर के पास, अधवार में आंबेडकर पोखरा, रामपुर स्कूल के बगल में, समहुता पासी टोला, सहबाजपुर, पतेलवा, अतरवलिया, बड़का सागर, कुदरा के हसनपुरा, अमिरथा, अवरैया, सोनांव, चड़ुई, सोनबरसा, पवरा, नुआंव में बनके बहुअरा में शिव मंदिर के पास, बिसढ़ पोखरा, गोलहिया, दरौली में डोमपोखरी, चमपोखरी, गोड़सरा में नाई लोग के ताल, दुर्गावती में कस्थरी में कश्मी पोखरा, खरखोली में ब्रह्म स्थान, बिलखोरी से उत्तर हरपुर पोखरा, करारी में आंबेडकर स्थान, जमुरनी के दक्षिण, खामिदौरा पासवान बस्ती, दहियांव काली स्थान, रामगढ़ में सिसौड़ा, ठकुरा काली स्थान, रुपाननपुर शंकर जी के मंदिर के पास के पोखरा की खुदाई व जीर्णोंद्धार का काम होगा।

भभुआ अनुमंडल के चयनित पोखरे
भभुआ में नउवाझोटी में शिव मंदिर, दूधराम की दुकान के पास, स्कूल के पास, मधुपुर स्कूल के पास, कोरी स्कूल के पास, मधुपुर के भुतिया पोखरा, असराढ़ी में महादलित टोला, ममहान में कुंवर सिंह के खेत के पास, चैनपुर में कोइंदी में दामोदर सिंह के खेत के पास, गुलड़िया मौजा, कोइंदी गांव के दक्षिण, नंदना में शिव मंदिर के पास, देउवा, सिरबिट में पुरनिया पोखरा, करजांव में मेलवों पोखरा, अमांव हनुमान मंदिर, रामपुर प्रखंड के बरली, पटना, पछेहरा, भितरीबांध दुर्गा स्थान, जलालपुर में सद्गुरु पोखरा, खरेंदा, धवपोखर, रामपुर, बहेरी, मझियांव में सिहोरवा ताल, सिसवार में पप्पू सिंह के खेत के पास, भगवानपुर प्रखंड के राजपुर में पूरब पोखरा, सावजकुंडी, नौगढ़ पूरब पट्टी, पढ़ौती, सरैयां में संतु मिश्रा के खेत के बगल में, सुगियापोखर महादलित बस्ती, टेकरा, जैतपुर कला में चिरैयां कोट, अधौरा के डुमरकोन में सिकंदर के खेत पर, कुरुआसोत में परमेश्वर के खेत पर, चौधरना में राजू पासवान के खेत पर, दुग्घा में राजेंद्र उरांव के खेत पर, सिकरवार में सार्वजीत भारती के खेत पर, सिकरी में विनोद सिंह के खेत पर, चांद के भटपुरवा के शिव मौजा भागना, झझनी, चंदोस, खनिया में पानी टंकी के पास, रामपुर पथरा, सोंगर में सड़क किनारे के पोखरे का जीर्णोंद्वार व खुदाई का काम होगा।

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