कर्नाटक के दक्षिणी बेंगलुरु के बनसंकरी में रह रही भागलपुर के तिलकामांझी मोहल्ला निवासी एमबीए की छात्रा इंजीनियर स्वप्ना सोनम से वीजा बनवाने के नाम पर तीन लाख रुपये की साइबर ठगी कर लेने का मामला सामने आया है।
ऑनलाइन वीजा के लिए आवेदन देने वाली स्वप्ना को इन दिनों भागलपुर प्रवास के दौरान वीजा एक्जीक्यूटिव बता साइबर शातिर ने काल किया।
शातिर साइबर ठग ने ऐसे दिया झांसा
उन्हें यह बताया कि उन्होंने वीजा के लिए ऑनलाइन आवेदन जो दिया है, उसके लिए प्रोसेसिंग फी नहीं दी है, इसलिए उनके वीजा का प्रोसेस रुका हुआ है।
वीजा एग्जीक्यूटिव ने इसके लिए एक लिंक भेज कहा कि आप प्रोसिसिंग फी के रूप में पांच रुपये का भुगतान करें, ताकि उनके वीजा का काम पूरा किया जा सके।
एक भुगतान के बाद खाते से उड़ गए तीन लाख
स्वप्ना ने वीजा एग्जीक्यूटिव के अनुरोध पर पांच रुपये का भुगतान कर दिया। उक्त भुगतान के चंद मिनटों बाद ही उसके खाते से 12 ट्रांजक्शन में तीन लाख रुपये की निकासी हो गई, जिसकी जानकारी पर स्वप्ना को यह समझते देर नहीं लगी कि वह साइबर ठगी का शिकार हो चुकी है।
छात्रा ने सोमवार की शाम घटना की जानकारी टोल फ्री नंबर के अलावा तिलकामांझी थाने को देने की बात कही है।
उधर, तिलकामांझी थानाध्यक्ष राज रतन ने पूछे जाने पर बताया कि थाने में अबतक साइबर ठगी संबंधी जानकारी नहीं दी गई है। छात्रा की अर्जी मिलते ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ऑस्ट्रेलिया जाने को भरा था ऑनलाइन वीजा
स्वप्ना सोनल ने ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए वीजा के लिए ऑनलाइन आवेदन दे भागलपुर आ गई थी। इस दौरान स्टेट्स की जानकारी के लिए जब उसने स्टेटस चेक करना शुरू किया था।
स्टेटस की जानकारी के दौरान ही साइबर शातिर ने काल कर उसे अपना परिचय वीजा एग्जीक्यूटिव के रूप में अपूर्व सान्याल बताया और वीजा प्रोसेसिंग में आई बाधा की जानकारी देकर लिंक पर पांच रुपये भेजने का अनुरोध किया, ताकि प्रोसेस पूरा किया जा सके। बस ऐसा करते ही स्वप्ना सोनल साइबर ठगी का शिकार हो गई।