विश्व के प्रसिद्ध बौद्ध धर्मगुरु दलाईलामा 16 दिसंबर को बोधगया आने वाले है। जिलाधिकारी अभिषेक सिंह ने बैठक में उनके बोधगया आगमन व कार्यक्रमों की जानकारी दी। इस बैठक में एयरपोर्ट के निदेशक दिलीप कुमार, बीटीएमसी सचिव एन दोरजी मौजूद थे।
दलाई लामा के प्रतिनिधि जेम्पल लुंदप ने उनके बोधगया आगमन व कार्यक्रमों की जानकारी जिलाधिकारी अभिषेक सिंह को दी। जहां उन्होने बताया की वे 16 दिसंबर से आठ जनवरी तक बोधगया प्रवास में रहेंगे। इस दौरान वे 22 और 23 दिसंबर को बट मंदिर में आयोजित सेमिनार में भाग लेंगे। 24, 25 एवं 26 दिसंबर को इंटरेस्टेड फॉलोअर्स (विशेष अनुयायी) के साथ अभिषेक का कार्यक्रम होगा। फिर 28, 29 एवं 30 दिसंबर को बोधगया के कालचक्र मैदान में उपदेश का कार्यक्रम होगा।
जिसके बाद 31 दिसंबर को लांग लाइफ प्रेयर कार्यक्रम है। अगले साल एक से आठ जनवरी तक वे कई कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि छठ पर्व के बाद दलाई लामा के आगमन को लेकर विशेष बैठक होगी।
आपको बता दे की तिब्बत के 14वें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो बौद्ध धर्म के अनुयायी तिब्बतियों के निर्वासित राष्ट्राध्यक्ष और आध्यात्मिक गुरु हैं। उनका जन्म तिब्बत के एक छोटेसे गांव ताक्तसर में हुआ था। तिब्बती परंपरा के अनुसार दो साल की आयु में ही उनको अपने पूर्ववर्ती 13वें दलाई लामा के पुर्वतार के रूप में मान्यता दे दी गई थी।
तिब्बती जनता के धर्मगुरु चौदहवें दलाई लामा अर्थात तेनजिन ग्यात्सो आज मानव प्रेम, शांति, अहिंसा, स्वाभिमान, कर्तव्यनिष्ठा एवं विश्व बंधुत्व के प्रतिक माने जाते हैं। उन्हें करोड़ों भारतीय एवं तिब्बतियों के साथ दुनिया के लगभग सभी देशों के उदारवादी नागरिकों का स्नेह तथा सम्मान प्राप्त है। उनकी निर्वासित सरकार का मुख्यालय हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला शहर में है।