हर किसी का सपना होता है कि हमारी शादी काफी धूमधाम से हो और ऐसी हो कि देखने वाले देखते ही रह जाएं। शहर जगमगाने लगे खूब आतिशबाजियां हों ऐसे ही कई तरह के सपने हर कोई संजो कर रखता है, लेकिन हाल ही में टिहरी में पीसीएस बने प्रवीन बडोनी ने मिसाल कायम करते हुए मंदिर में शादी कर समाज को एक संदेश देने का काम किया है।
शादी का नाम सुनते ही हर कोई पैसे के बारे में सोचने लगता है और उसके लिए पहले से भी काफी बचत करते हैं। लेकिन शादी सिर्फ पैसों से ही नहीं होती इस बात को सच साबित किया है जिला सहकारी बैंक में वर्तमान समय में शाखा प्रबन्धक और पीसीएस बने प्रवीन बडोनी ने। इन्होंने बड़ी ही सादगी से एक मन्दिर में शादी की है।
इस उत्सव के गवाह प्रवीन के माता-पिता रिश्तेदार व ससुराल पक्ष के अलावा उपजिलाधिकारी पुरोला एसएस नेगी, सीओ और जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष रणवीर रावत हैं। वैसे तो आपको पता ही होगा लेकिन फिर से बता देते हैं वर्तमानी चकाचौंद और अधिकारी बनने के बाद सपने सातवें आसमान पर पहुंच जाते हैं।
हर किसी के सपनों में पंख लग जाते हैं लेकिन प्रवीन जैसे अधिकारी की सोच वाले लोग बहुत ही कम देखने को मिलते हैं।पुरोला निवासी और बड़कोट में जिला सहकारी बैक में शाखा प्रबन्धक प्रवीन बडोनी ने अपनी शादी मन्दिर में की।
उनके पिता निलाम्बर प्रसाद और ससुर जयप्रकाश सेमवाल सहित उपजिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह नेगी, सीओ और जिला सहकारी बैक के अध्यक्ष रणवीर रावत शादी के गवाह बने।
पीसीएस अधिकारी ने गंगटाड़ी निवासी जयप्रकाश सेमवाल की पुत्री शिवानी को अपना जीवन साथी बनाया है और बड़ी ही सादगी के साथ मन्दिर में शादी कर भविष्य की पीड़ी के लिए एक सीख दी है। प्रवीन ने फोन पर बताया कि शादी सादगी से होनी चाहिए, दिखावे से नहीं।
गांव सहित शहरों के युवाओं को इसी सादगी की तहर मंदिरों में शादी करनी चाहिए, ताकि दोनों पक्ष पर आर्थिक बोझ न पड़े। गरीब और अमीर तपके में अंतर महसूस न होने पाए