‘बाहुबली’ की पहली फिल्म में ही सामने आ चुका था कि अमरेंद्र बाहुबली अपनी मां का कितना सम्मान करता है और उसे मां की तरह पूजता है। यहां तक की युद्ध पर जाने से पहले वह भगवान को नहीं अपनी मां को साक्षी मानता है।
बाहुबली ने अपनी मां का आदेश पूरा करने के लिए देवसेना को बंदी भी बनाया था, लेकिन इसके बाद भी देवसेना के सम्मान की पूरी रक्षा की। अमरेंद्र बाहुबली ने भरी सभा में कहा, ‘देवसेना को किसी ने हाथ भी लगाया तो समझो बाहुबली की तलवार को हाथ लगा दिया।