बिहार में अपराध के बढ़ते ग्राफ को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जैसे प्रशासक की मांग जोर पकड़ रही है। अपराधियों पर शिकंजा कसने के मामले में बिहार के सीएम नीतीश कुमार की तुलना में योगी आदित्यनाथ को बेहतर मुख्यमंत्री बताया जा रहा है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने गुरुवार को कहा कि अगर कानून व्यवस्था देखनी हो या फिर नागरिकों की सुरक्षा तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को योगी से सीख लेनी चाहिए।
यूपी पुलिस ने आज यानी गुरुवार को उमेश पाल मर्डर केस में वांटेड गैंगस्टर अतीक के बेटे असद अहमद और शूटर गुलाम मोहम्मद को मार गिराया। असद अहमद के एनकाउंटर पर पटना में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, ”कानून व्यवस्था को अगर देखना हो और सामान्य नागरिक कैसे अपने को सुरक्षित महसूस करता है यह देखना हो, तो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को योगी जी से सीख लेनी चाहिए।”
रामनवमी हिंसा पर उठी थी योगी मॉडल की मांग
बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर भाजपा सांसद रामकृपाल यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी मॉडल के कारण वहां शांति है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने शासन में दंगाइयों और अपराधियों को नियंत्रित किया है। झारखंड और पश्चिम बंगाल में अपराधियों पर नियंत्रण नहीं है। बिहार में तो बिल्कुल भी अंकुश नहीं है। इन राज्यों के मुख्यमंत्रियों को सीएम योगी से सीखना चाहिए।
सम्राट चौधरी को बताया था बिहार का ‘योगी’
बिहार में जब भाजपा ने सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बताया, तब लोगों ने पोस्टर लगाकर सम्राट चौधरी को बिहार का ‘योगी’ बताया था। शहर में लगे पोस्टर पर सम्राट चौधरी के बड़े से फोटो के साथ लिखा था, ‘बिहार का योगी आ गया सम्राट भैया, 1- अणे मार्ग खाली करो -खाली करो’, ( 1- अणे मार्ग मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास)
योगी को बना दो सब जगह का सीएम
इसके जवाब में राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा था कि इनको संविधान में संशोधन करना चाहिए और योगी आदित्यनाथ को और सब जगह का मुख्यमंत्री बना देना चाहिए। अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा, ”अगर इनको (भाजपा नेताओं) लगता है कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत काबिल हैं, तो इनको संविधान में संशोधन कर देना चाहिए और यूपी के योगी आदित्यनाथ को सब जगह का मुख्यमंत्री बना देना चाहिए। वे नियम-कायदों को ताक पर रखकर चल रहे हैं, जबकि नीतीश कुमार नियम कायदे के साथ चल रहे हैं, यही बात भाजपा को अच्छी नहीं लगती है।”
उन्होंने कहा कि कल तक नीतीश कुमार अच्छे थे। नीतीश कुमार से सुशासन की सीख लेने को कहते थे। भाजपा से अलग होते ही नीतीश में खामियां नजर आने लगीं।