बिहार के सीमांचल में संभावित बाढ़ से निपटने को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारी जोर-शोर से शुरू है। आयुक्त पूर्णिया प्रमंडल गोरखनाथ की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ नियंत्रण के तहत 26 बिंदुओं पर समीक्षा की गयी।
प्रमंडलीय सभागार में मंगलवार को समीक्षा बैठक में पूर्णिया, कटिहार, अररिया एवं किशनगंज के जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक मौजूद थे।
जानकारी के अनुसार बाढ़ आने पर पूर्णिया जिला में 5 प्रखंडों के 92 पंचायत प्रभावित होते हैं, जबकि कटिहार जिले में 5 लाख 75 हजार लोग बाढ़ से प्रभावित होते हैं। अररिया जिले में 336 नाव हैं। पूर्णिया जिले के बायसी प्रखंड में 3 सरकारी महाजाल हैं। अररिया में 5, किशनगंज में 7 तथा कटिहार जिले में 10 में से 7 योग्य महाजाल हैं।
कटिहार जिले में 1253 लाइफ जैकेट है। 12 में से 5 बोट चालू अवस्था में तथा 7 बोट मरम्मती योग्य है। कटिहार जिले में 193 सरकारी नाव परिचालन योग्य है, 53 की मरम्मती योग्य है। इसके अलावा 285 गैरसरकारी नाव हैं। जिला पदाधिकारी पूर्णिया सुहर्ष भगत द्वारा बताया गया कि जिले में तटबंधों की लंबाई 69 किलोमीटर है।
पूर्णिया जिले में बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर 3 जगह कार्य चल रहा है, 31 मई तक पूरा होना है। जिले में 306 प्रशिक्षित गोताखोर है। 2300 समुदाय को प्रशिक्षण दिया गया है, जिसमें 10 प्रतिशत महिलाएं है। पूर्णिया जिले में 2 लाख 70 हजार 496 व्यक्तियों का नाम दर्ज है।