बड़े काम के हैं ये पत्ते…गर्म खाना रखकर खाया तो कम होगी हार्ट और शुगर की संभावना

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हेल्दी रहने के लिए सिर्फ हेल्दी खाना ही काफी नहीं है, बल्कि इसके साथ-साथ आपको कुछ अन्य पहलुओं पर भी ध्यान देना होगा. खास कर अगर बात की जाए खाना परोसे जाने वाले बर्तनों की, तो आपको सुनकर थोड़ा अजीब लगेगा. लेकिन हेल्थी रहने के लिए रसोई में रखे शानदार बरतनों को भूलकर कुछ खास किस्म के पत्तों का इस्तेमाल करना स्वास्थ्य के लिए ज्यादा उचित होगा.

पतंजलि के आयुर्वेदाचार्य भुवनेश की माने तो, कुछ खास प्रकार की पत्तियों पर खाने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, जो आपको हमेशा फिट रख सकते हैं. खास बात यह है कि यह पत्तियां आपके गांव और घर के आसपास ही मिल जाती हैं. चम्पारण सहित कई जिलों में तो इन्हीं पत्तों से प्लेट भी बनाए जाते हैं, जिन्हें शादी- ब्याह जैसे समारोह में इस्तेमाल में लाया जाता है.

इन विशेष पत्तों में सबसे पहले बात करेंगे पुरैन के पत्ते की. पश्चिम चम्पारण जिले के पिपरा स्थित पिपरा मन में यह पत्ते बहुत बड़े स्तर पर उगते हैं. बड़ी बात यह है कि यहां के स्थानीय लोग उसे निकालकर बाजार में 5 रुपए प्रति पत्ते के हिसाब से बेचते भी हैं. दुकानदार इसका इस्तेमाल चाट और दही भल्ले जैसे डिश को परोसने के लिए करते हैं.

केले के पत्ते पॉलीफेनोल्स नामक एक प्राकृतिक एंटीऑक्सिडेंट से भरे होते हैं. जब ताजे और गर्म भोजन पर पत्तों पर परोसा जाता है, तब वो भोजन में घुलने लगते हैं. ऐसे में भोजन करने पर सभी आवश्यक तत्व शरीर को मिल जाते हैं. केले के पत्ते में जीवानुरोधक गुण, विटामिन ए, कैल्सियम और कैरोटिन भी ज्यादा मात्रा में होते हैं.आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि कमल के पत्ते हृदय को स्वास्थ्य और रक्त परिसंचरण में सुधार करते हैं. खास बात यह है कि इन पत्तों का इस्तेमाल खाना पकाने के लिए किया जाता है. इनमें बनाए गए भोजन की पौष्टिकता कई गुना बढ़ जाता है.

कटहल के पत्तों का इस्तेमाल भारत के दक्षिणी भाग में ज्यादातर होता है. खास बात यह है कि इसका इस्तेमाल खाना परोसने और बनाने दोनों में किया जाता है. इन पत्तों में भोजन को स्टीम करने के दौरान फाइटोन्यूट्रिएंट बाहर निकल जाता है. जिससे हृदय रोग, मधुमेह आदि की संभावना कम हो जाती है.

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