आज ज्येष्ठ मास का बड़ा मंगल है। इस दिन का खास महत्व होता है। दिलचस्प बात यह है कि ‘बड़ा मंगल’ केवल हिंदू श्रद्धालुओं तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह धार्मिक सद्भाव और सर्वधर्म एकता भी प्रतीक है।
ऐतिहासिक तथ्यों के अनुसार बड़ा मंगल की शुरुआत करीब 400 साल पहले अवध के नवाब ने की थी। दरअसल नवाब मोहम्मद अली शाह का बेटा एक बार गंभीर रूप से बीमार हो गया।
उनकी बेगम रूबिया ने कई जगह उसका इलाज कराया, लेकिन वह ठीक नहीं हो सका। किसी की सलाह पर वह बेटे की सलामती की मन्नत मांगने अलीगंज स्थित पुराने हनुमान मंदिर आईं।

नवाब का बेटा बिल्कुल स्वस्थ हो गया और इससे अभिभूत नवाब की बेगम रूबिया ने मंदिर का जीर्णोद्धार कराया। वहीं नवाब ने ज्येष्ठ की भीषण गर्मी के दिनों में प्रत्येक मंगलवार को जगह-जगह गुड़ और पानी का वितरण कराया। इसके बाद से ही यह परंपरा आज तक जारी है।