भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी को यूपी के मुख्यमंत्री की तर्ज पर उनकी छवि के अनुरूप बिहार के ‘योगी’ के रूप में प्रोजक्ट कर चुके हैं। उन्हें प्रदेश अध्यक्ष का प्रभार मिलने के बाद पटना में इसके पोस्टर भी देखने को मिले थे।
इस बीच अब सम्राट चौधरी ने जंगलराज पर सरकार पर हमला बोला है। वहीं, उन्होंने अपराधियों के खात्मे की बात करते हुए उन्हें मिट्टी में मिलाने की बात कही है।
बिहार में राजनीति का काला समय शुरू हो चुका है: सम्राट
सम्राट ने कहा कि वर्तमान में बिहार में राजनीति का काला अध्याय चल रहा है। फिर से जंगल राज की वापसी हुई है। बिहारी में राजनीति का काला समय शुरू हो चुका है।
भाजपा ने अपने कंधे पर चढ़ाकर पांच बार बिहार की सत्ता की कुर्सी पर जिनको बैठाया, वैसे लोगों को अब पार्टी के कार्यकर्ता बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। कार्यकर्ता अब भाजपा का अपना मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं।
चौधरी ने कहा कि पहले गांव-गांव शराब की दुकानें खोलकर लोगों को शराब की लत लगाई। शराबबंदी के बाद शराब हर जगह उपलब्ध है। होम डिलीवरी हो रही है।
अपराधियों को जेल में रहना होगा या मिट्टी के अंदर: सम्राट चौाधरी
हम ऐसा बिहार नहीं देखना चाहते, बल्कि हमारा लक्ष्य बिहार को सुंदर और विकसित बनाने का है। यह तभी संभव है, जब अपराधी को या तो जेल के अंदर रहना होगा या मिट्टी के अंदर होना होगा।
सम्राट चौधरी ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय के राजा बाजार स्थित ऑडिटोरियम में आयोजित अभिनंदन समारोह में ये बाते कहीं।
‘देश में तीन तरह की धाराएं चल रहीं’
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि देश में तीन तरह की धाराएं चल रहीं हैं। भारत को तोड़ने की ब्रेकिंग इंडिया, देखने की लुकिंग इंडिया और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में मेक इन इंडिया।
जहां-जहां भाजपा की सरकार है वहां विकास हो रहा है। कहा कि नीतीश कुमार कहते हैं कि आरक्षण खत्म नहीं होने देंगे। नीतीश कुमार ने आरक्षण दिया ही कब था।
नीतीश ने आरक्षण का विरोध किया
कर्पूरी ठाकुर के आरक्षण का विरोध उस समय में इसी नीतीश कुमार ने किया था। भाजपा के लोगों ने मंडल कमीशन का समर्थन किया। सवर्णों को भी दस प्रतिशत का आरक्षण मोदी सरकार ने ही दिया।
कहा कि लोकसभा चुनाव में सूबे में जदयू का खाता तक नहीं खुल सकेगा। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र व राज्य में जब भाजपा की सरकार बनेगी तब डबल इंजन की सरकार में बिहार का असली विकास हागा।