निषाद समाज द्वारा रामनवमी के अवसर पर समस्तीपुर के मोरवा में ऐतिहासिक राजकीय मेला लगता है जिसे देखने न सिर्फ देश के दूसरे राज्यों से, बल्कि पड़ोसी देश नेपाल से हर साल लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इंद्रवाड़ा में प्रत्येक वर्ष लगने वाले इस मेले को 2010 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राजकीय मेला घोषित किया था।
साथ ही यहाँ पूजा-अर्चना के बाद 30 हजार से अधिक बकरे की बलि दी जाती हैं। श्रद्धालु बर्तन जलावन इत्यादि अपने साथ लाते हैं और बलि देने के बाद वहीँ भोजन बनाकर प्रसाद ग्रहण करते हैं। बलि दिए हुए बकरे को वापस घर ले जाने की जरूरत नहीं पड़ती।
स्थानीय लोगों का मानना है के 850 वर्ष पूर्व इंद्रवाड़ा गांव के मोहन पहलवान के घर में रामनवमी के दिन ही बाबा केवल का जन्म हुआ था। समाज की रक्षा के लिए बाबा केवल ने जुल्म अत्याचार के खिलाफ संघर्ष कर साम्प्रदायिक सौहार्द को कायम किया था। और साथ ही निषाद समुदाय के लोगों को अत्याचार से मुक्ति दिलाई। इसलिए हर साल रामनवमी के अवसर पर निषाद समुदाय इनकी पूजा करता है।