अनोखी दुकान! यहां शादी का हर सामान मिलता है सिर्फ किस्तों पर, वह भी बिना ब्याज के, जानें उद्देश्य

खबरें बिहार की जानकारी

बाजार जाने के दौरान आपने अधिकांश दुकानों में एक कॉमन लाइन आज नगद कल उधार लिखा पाया होगा. इसके उलट आज हम आपको एक ऐसे दुकान के बारे में बताने जा रहे हैं जिसको जान कर आप हैरत में पड़ जाएंगे कि दुकानदार ने ऐसा लाइन अपनी दुकान पर क्यों लिख है. मुंगेर के किस्त बाजार दुकान में आपको आज उधार कल नगद लिखा मिलेगा. दरअसल इस लाइन के पीछे भी कहानी छिपी हुई है. कहानी यह है इस दुकान के दुकानदार बिना किसी फाइनेंस कंपनी की मदद से जरूरतमंदों को बिना ब्याज का सामान उपलब्ध कराता है. पिछले 24 साल से दुकानदार जलील हैदर ऐसे हीं सामान की बिक्री कर रहे हैं. किस्त बाजार के मालिक जलील हैदर का कहना है की यह दुकान कमाई के लिए नहीं बल्कि समाज सेवा के लिए खोला है. उन्होंने बताया कि 24 साल पहले यह दुकान गरीब बाप की बेटी की शादी में मदद के लिए खोला था, जो आज तक चल रहा है.

बचपन में गरीबी को देखा तो मदद करने का आया आईडिया

किस्त बाजार के मालिक जलील हैदर ने बताया कि वे पहले काफी गरीब थे . किसी तरह फेरी का काम कर घर चलता था. इसके बाद बीएसएनएल में नौकरी लग गई तो घर की स्थिति थोड़ी अच्छी हुई. उन्होंने बताया कि 24 साल पहले की बात है. एक बार एक गरीब आदमी पास आया और बोला कि एक आदमी के यहां जाकर टीवी देख रहा था, लेकिन उसने भगा दिया और यह बात सुन मुझे काफी बुरा लगा. उसे नई टीवी खरीदने की कीमत दे दी और देते वक्त यह कहा कि इस पैसे को तुम किस्त में चुका देना. उसके बाद ऐसे कई लोग मदद के लिए आ गए और मदद करना शुरू किया. उसी वक्त किस्त बाजार के नाम से पुराबसाराय में दूकान खोला और इस दुकान में वैसे सामानों को रखने लगा जो एक बाप अपनी बेटी को शादी के वक्त ससुराल ले जाने के लिए देता है.



शादी में दी जाने वाली हर सामान किस्त पर है उपलब्ध

जलील हैदर ने बताया कि किस्त बाजार दुकान में बर्तन, कुर्सी-टेबल, सोफा, पलंग, बेड, कंबल, चटाई, मिक्सर, अलमारी सहित अन्य आइटम उपलब्ध है. यहां बेटी की शादी में जरूरत की सामान लेने आते है और किस्त पर सामान लेकर जाते हैं. ज्यादातर वैसे लोग हीं आतें हैं जो गरीब तबके के होते हैं. यहां सामान बाजार भाव में हीं उपलब्ध कराया जाता है और बिना ब्याज के लोगों को किस्त पर सामान देते हैं. उन्होंने बताया कि दावा है की पूरे मुंगेर में इस तरह दुकान कहीं नहीं मिलेगा जो अपनी दुकान के बोर्ड पर लिख कर रखा हो आज उधार-कल नगद. इस काम को कर बहुत खुशी मिलती है. इस काम से पैसे नहीं कमाता सिर्फ गरीब लोगों की सेवा करते हैं.

ऑनलाइन डिलीवरी और घर पर जाकर किस्त लेने की है सुविधा

जलील हैदर के छोटे पुत्र मो. जहांगीर ने स्कीम के बारे में बताया कि यहां सामान की कीमत 150 से शुरू होती है और 30 हजार तक की मिलती है. यहां किसी भी कीमत की सामान पर बिना ब्याज के किस्त पर सामान मिलता है. बस शर्त यह रहती है कि आप 5 हज़ार तक की कीमत वाली समान लेंगे तो 20 से 25 प्रतिशत डाउनपेमेंट देना पड़ेगा और 5 हजार से ऊपर वाले सामान पर 50 प्रतिशत डाउनमेंट देना होता है. उन्होनें बताया कि यह सुविधा मुंगेर शहर के अंदर दी जाती है. यहां काउंटर के साथ समान की ऑनलाइन डिलीवरी भी की जाती है और किस्त लेने के लिए कर्मी उनके दरवाजे पर जाते हैं. हमारा सीधा मोटो यह है कि गरीब तबके के लोग समान लेने आते हैं और उन्हें यदि किस्त भरने हमारे दुकान आना पड़ेगा तो आने का किराया लग जायेगा. इसलिए घर पर जाकर किस्त लेते हैं, चाहे वह कम से कम वाला 10 रुपए का ही किस्त क्यों न हो. साथ ही बाजार से किसी भी समान का मूल्य ज्यादा नहीं लिया जाता है और यदि ऐसा होगा तो उन्हे सामान खरीदने के बाद भी उतने रुपए समान में से घटा देंगे.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *