अंग्रेजों के वक्‍त बना था जनगणना का नियम, पहले सर्वे में आधे से कम हो गई थी ईसाइयों की संख्‍या; देखें रिपोर्ट

जानकारी

भारत में जनगणना की शुरुआत 1872 में तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने की थी। जल्दी ही हर 10 साल पर जनगणना कराने का नियम बन गया। तब से 1931 तक हर जनगणना में जातिवार आंकड़े लिए गए। ब्रिटिश सरकार की आखिरी जनगणना 1941 में हुई और इसका स्वरूप थोड़ा अलग रहा।

आजाद भारत में पहली जनगणना 1951 में हुई। आजादी के पहले और बाद में शाहाबाद की जनसांख्यिकी में बदलाव देखा गया। आजादी के बाद शाहाबाद जिले में ईसाइयों की आबादी घटकर आधी से भी कम रह गई थी।

अंग्रेजों को ईसाइयों से गिना जाता था अलग

आप सोच सकते हैं कि अंग्रेजों के लौटने से ऐसा हुआ होगा, लेकिन दिलचस्प यह है कि अंग्रेज भारतीय ईसाइयों को अलग से गिना करते थे। इनकी संख्या घटने का बड़ा कारण यह बताया जाता है कि आजादी के बाद इन भारतीय इसाइयों में से ज्यादातर अपनी पुरानी पूजा पद्धति में लौट आए थे।

1951 की जनगणना में जातियों की गणना चार श्रेणियों में की गई थी। इसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, गैर अनुसूचित पिछड़ी जाति और गैर पिछड़ी जाति श्रेणियां निर्धारित की गई थीं। इसके आंकड़े सार्वजनिक किए गए तो ग्रामीण इलाकों की आबादी अलग-अलग लेकिन, सभी शहरों की एक साथ दी गई।

इसलिए इन आंकड़ों में तत्कालीन बक्सर अनुमंडल का डाटा अलग करना संभव नहीं है। इस जनगणना के अनुसार तब अनुसूचित जाति की 8,67,458, अनुसूचित जनजाति की 16,998, अन्य गैर अनुसूचित पिछड़ी जाति की 3,15,762 और गैर पिछड़ी जातियों की आबादी 19,88,227 बताई गई थी।

इतनी श्रेणियों में जातियों को किया गया विभाजित

बाद के दौर में इन जातियों को सामान्य, अन्य पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति में विभाजित किया गया। इसके साथ ही सामान्य श्रेणी की कई जातियां अन्य पिछड़ा और अन्य पिछड़ा की कुछ जातियां अनुसूचित जाति में शामिल कर ली गईं।

1951 की जनगणना में शाहाबाद की कुल जनसंख्या 26,88,440 थी। इसमें 25,08,166 (93.29%) हिंदू, 1,77,722 (6.6%) मुस्लिम, 810 सिख, 644 जैन, 29 बौध और 476 ईसाई थे। तब पूरे शाहाबाद जिले में गैर हिंदू केवल 6.7 प्रतिशत ही थे। इनमें 6.6 प्रतिशत केवल मुस्लिम थे।

अनुसूचित जनजाति की कुल आबादी 16,993 थी। इनमें आधे से अधिक अकेले सासाराम अनुमंडल क्षेत्र में थे। इसके मुकाबले 1941 की जनगणना में शाहाबाद की जनसंख्या 23,28,581 थी। इनमें 21,20,527 हिंदू, मुस्लिम 1,76,344 जैन 480, सिख 741 और ईसाई 1177 थे।

 

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