शाम के नाश्ते में गरमा-गरम चाऊमीन और पाश्ता का नाम सुनकर शायद ही कोई हो, जिसके मुंह में पानी न आए. अब तक आपने कई जगह चाऊमीन और पाश्ता खाए होंगे. लेकिन किशनगंज में बंगाल से आए शख्स के ठेले पर एक नहीं बल्कि दो तरह का चाऊमीन और पाश्ता मिलता है. दुकानदार के द्वारा ठेले पर हक्का नूडल्स और चाऊमीन के साथ पाश्ता में स्प्रिंग पास्ता और पास्ता बनता है. सबसे खास बात यह है कि किशनगंज में लोग इसे पसंद कर रहे हैं. यह फास्ट फूड आइटम बड़े चाव से खाते भी हैं.
किशनगंज के डे मार्केट रोड स्थित सिनेमा हॉल के समीप स्थित विद्या चाट चाऊमीन स्टॉल के नाम से चलने वाली दुकान के संचालक विष्णु जयसवाल ने बताया कि 6 साल से किशनगंज में ठेला लगातार चाऊमीन, चाट और पाश्ता बेच रहे हैं. चाऊमीन और पाश्ता शहर के लोगों की पहली पसंद बनते जा रहा हैं. उन्होंने बताया कि अलग-अलग वैरायटी के चाऊमीन और पाश्ता उनके ठेले पर पर उपलब्ध है. जिस तरह से चाउमीन और पाश्ता लोगों को परोसा जाता है, वह पूरे किशनगंज शहर में कहीं नहीं मिलेगा. विष्णु जयसवाल ने बताया कि दो से तीन प्रकार के चाऊमीन और पाश्ता बनाते हैं, जो यहां के लोगों को लुभा रहा है. वहीं बिक्री के बारे में उन्होंने बताया कि मार्केट के ऊपर निर्भर है. मार्केट अगर ठीक-ठाक चला तो प्रतिदिन 2-3 हजार रुपए तक कमा लेते हैं.
घर पर तैयार खास मसालों का इस्तेमाल
दुकानदार विष्णु जयसवाल ने बताया कि चाऊमीन और पाश्ता को तैयार करने में इस्तेमाल होने वाले मसाले को घर पर तैयार करते है. इसमें काफी समय भी लगता है. वहीं चाऊमीन और पाश्ता का पार्सल के लिए भी डिमांड होती है. डिमांड मिलने पर ग्राहकों को तुरंत उपलब्ध कर दिया जाता है. वर्तमान में लोग फास्ट फूड की ओर ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं. नौकरी पैसा करने वाले लोग या स्टूडेंट शाम के समय में इंजॉय करने जब शहर की ओर निकलते हैं तो शहर में भीड़ भी काफी लगती है.
रोजाना 100 से 200 प्लेट की है बिक्री
बस इसी को देखकर दिमाग में आया कि शाम का नाश्ता बनाया जाए और चाऊमीन और पास्ता बनाना शुरू किया. जिसका रिस्पांस काफी अच्छा मिल रहा है. किशनगंज में लोग हक्का नूडल्स और स्प्रिंग पास्ता की ज्यादा डिमांड करते हैं. साथ हीं चाट की भी बिक्री ठीक-ठाक हो जाती है. प्रतिदिन 100 से 200 प्लेट तक की बिक्री आसानी से हो जाती है. जिससे घर परिवार का गुजारा भी अच्छे से हो जाता है.