पूर्णिया जिले में युवाओं द्वारा एयरपोर्ट बनाने की मांग को लेकर लगातार अभियान चलाया जा रहा है. बिहार में इन दिनों अलग-अलग जिलों में एयरपोर्ट को खोलने का मुद्दा तेजी से गरमाने लगा है. ताजा मामला पूर्णिया में एयरपोर्ट खोलने की मांग से जुड़ा है. रविवार को पूर्णियावासियों ने टि्वटर # के माध्यम से पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए अभियान छेड़ दिया. युवाओं ने इसके लिए अब सोशल मीडिया पर मुद्दे को ट्रेंड करा रहे हैं. बता दें कि पूर्णिया से 170 किमी दूर पर बागडोगरा में एयरपोर्ट हैं. इस अभियान में पूर्णिया में युवाओं को काफी सफलता हासिल हुई. महज चार घंटे यानी सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक टि्वटर # एयरपोर्ट एल ए पर करीब 80000 लोगों ने ट्वीट कर पूर्णिया एयरपोर्ट के जल्द निर्माण का समर्थन किया.
ट्विटर पर नित्यानंद झा सोनू नामक यूजर ने लिखा कि पूर्णिया में एयर कॉनेटिविटी हो जाने से वहां के लोगों को बंगाल जा के फ्लाइट नहीं पकड़नी पड़ेगी, जिसके कारण समय का भी बचत होगा. साथ ही साथ घर के लोगों का पैसा घर में ही खर्च होगा.
एक अन्य यूजर अनूप मैथिल ने ट्वीट कर लिखा, ‘सत्ता हमेशा कोशिश करती है मिथिला को जिलों में बांटकर विभाजित रखने की. लेकिन आज पुनः मिथिला ने इस सोच को हराया है. मिथिला के विभिन्न जिलों से साथी पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए एकजुट आवाज दे रहे हैं. #PurneaAirportLA नंबर 1 ट्रेंड कर रहा है. मिथिला को एकजुट देख जानकी मुस्कुरा रही होंगी.’
इस मुहिम में सत्ता पक्ष से लेकर विपक्ष के कई जनप्रतिनिधियों ने भी साथ देते हुए ट्वीट किया. इस अभियान के जुड़े युवा रवि रंजन ने बताया कि 2015 में ही प्रधानमंत्री ने पूर्णिया एयरपोर्ट को चालू करने की घोषणा की थी लेकिन भूमि अधिग्रहण का पेंच हाईकोर्ट में अटका रहने के कारण यह मामला आज भी जस के तस पड़ा है. उन्होंने कहा कि पूर्णिया से माउंट एवरेस्ट अभियान के लिए 1933 में पहली बार हवाई जहाज उड़ान भरा था, इसके बाद 1956 से यहां एयरपोर्ट सेवा शुरू हुई थी. 252 साल पुराना देश का प्राचीनतम जिला पूर्णिया में आज तक एयरपोर्ट नहीं बन पाया है जबकि 2015 में ही प्रधानमंत्री ने चुनापूर सैनिक हवाई अड्डा को डेवलप कर इससे सिविल हवाई अड्डा बनाने की घोषणा की थी.
इसके लिए 52 एकड़ जमीन भी अधिग्रहित की गई थी लेकिन 7 लोगों का मामला आज भी कोर्ट में फंसा हुआ है. विकास आदित्य ने कहा कि महज 4 घंटे में 80000 लोगों ने ट्विटर # के माध्यम से उनके इस अभियान का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि देवघर और दरभंगा में एयरपोर्ट चालू हो गया लेकिन पूर्णिया में आज भी यह मामला अटका हुआ है. उन्होंने कहा कि यह अभियान आगे भी तब तक लगातार जारी रहेगा जब तक पूर्णिया से हवाई सेवा शुरू नहीं हो जाएगी. लोगों ने कहा कि पूर्णिया से हवाई सेवा शुरू होने पर इस इलाके का काफी विकास होगा. इस इलाके के हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा. उन्होंने सरकार से जल्द हवाई सेवा शुरू करने की मांग की.
चंपारण और वैशाली में एयरपोर्ट की भी हो चुकी है मांग- इससे पहले, चंपारण और वैशाली में एयरपोर्ट बनाने की मांग को लेकर ट्विटर पर ट्रैंड चलाया जा चुका है. बता दें कि पिछले साल दरभंगा में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरपोर्ट शुरू करने का ऐलान किया था.