एयर इंडिया के विमान AI- 407 से शनिवार को दिल्ली से पटना आ रहे यात्रियों को एक बार फिर जान पर खतरा महसूस हुआ। दोपहर में तेज आंधी-तूफान के दौरान विमान हवा में डोलने लगा, जिसके कारण पायलट ने लैंडिंग रोकने का निर्णय लिया। स्थिति अनुकूल होने पर विमान को लैंड कराया गया।
विमान में क्रू मेंबर के अलावा 122 यात्री सवार थे। हेवी एयर टर्बुलांस से वे विमान के अंदर चीखने-चिल्लाने लगे थे। लैंडिंग के बाद उन्होंने राहत की सांस ली। वहीं, मौसम में अचानक आए बदलाव के कारण लगभग आधा-दर्जन विमानों का परिचालन प्रभावित रहा।
पत्नी और बेटी के साथ पेरिस से पटना वाया दिल्ली लौट रहे यात्री मनीष कुमार ने बताया कि पटना एयरपोर्ट पर लैंड करने से पहले करीब 20 मिनट तक झटके महसूस होते रहे। एयर टर्बुलेंस के झटकों से सभी यात्री भयभीत होकर चीखने- चिल्लाने लगे।
थोड़ी देर बाद पायलट ने एयर टर्बुलेंस की स्थिति उत्पन्न होने की जानकारी दी। लैंडिंग में समस्या आ सकती थी, इसलिए हवा में ही विमान चक्कर लगाता रहा। मौसम अनुकूल होने के बाद विमान को पटना एयरपोर्ट पर उतारा गया। लैंडिंग में कोई समस्या नहीं आई।
क्या होता है एयर टर्बुलेंस
विमान जब उड़ रहा होता है, तब प्लेन के पंखों से हवा अनियंत्रित होकर टकराती है, जिससे एयर टर्बुलेंस पैदा होता है। इसकी तीव्रता अधिक होने पर विमान हिलने-डुलने लगता है। इस दौरान यात्रियों को झटके लगने संभावना बनी रहती हैं। कई बार एयर टर्बुलेंस इतने तेज होते हैं कि कई यात्री घायल तक हो जाते हैं।
टर्बुलेंस की तीव्रता अधिक होने पर यह बेहद ही खतरनाक साबित हो सकता है। तीव्रता अधिक होने पर प्लेन क्रैश भी हो सकता है। हालांकि, बहुत ही रेयर कंडीशन में होता है। विमान पर नियंत्रण रखने के लिए पायलट को सतर्कता बरतनी पड़ती है।