पटना: मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के बाद बिहार के समस्तीपुर रेलवे स्टेशन का नाम बदलने को लेकर आंदोलन तेज हो गया है। मिथिला विकास परिषद द्वारा हस्ताक्षर अभियान को जन समर्थन मिलने के बाद अशोक झा के नेतृत्व में एक प्रतिनिधि मंडल ने डीआरएम समस्तीपुर सें भेंट कर ज्ञापना सौंपा।
इस मामले पर अशोक झा ने बताया कि डीआरएम को ज्ञापन के माध्यम से कहा गया है कि पूर्व रेल मंत्री के ललित नारायण मिश्र के नाम पर समस्तीपुर रेलवे स्टेशन का नाम रखा जाया। इस अवसर पर अजीत आजाद, बुचरू पासवान सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
पूर्व रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र के नाम पर हो समस्तीपुर स्टेशन का नया नामकरण, उठी मांग
मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलते ही समस्तीपुर रेलवे स्टेशन के नाम बदलने की भी मांग उठने लगी है। मिथिला विकास परिषद के अध्यक्ष अशोक झा ने बताया कि जब मुगलसराय का नाम बदलकर दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन किया जा सकता है तो फिर समस्तीपुर का नाम बदलकर ललित नारायण मिश्र क्यों नहीं किया जा सकता। जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि हम रेल मंत्री को ज्ञापन सौंपने जा रहे हैं। साथ ही व्यापक रूप से हस्ताक्षर अभियान भी चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि सबको पता है कि मुगलसराय स्टेशन पर दीनदयाल उपाध्याय का शव संदिग्ध अवस्था में बरामद हुआ था। उसी तरह समस्तीपुर रेलवे स्टेशन पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान बम विस्फोट होने से ललित नारायण मिश्र की मौत हो गई थी।
उत्तर प्रदेश के मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम आखिरकार बदल दिया गया है। अब मुगलसराय जंक्शन पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन के नाम से जाना जाएगा। इस बाबत यूपी सरकार की ओर से नोटिफिकेशन जारी किया गया है। खुद रेलमंत्री पीयूष गोयल ने इस बाबत जानकारी देते हुए ट्वीट करके लिखा है कि नागरिकों की मांग को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुगलसराय जंक्शन के नाम को बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन किया गया है।
पीयूष गोयल ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि अंत्योदय जैसा महान विचार देने वाले पंडित दीन दयाल उपाध्याय जी के नाम से अब यह जंक्शन जाना जाएगा। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से जो नोटिफिकेशन जारी किया गया है उसमे कहा गया है कि जनपद चंदौली में स्थित मुगलसराय जंक्शन रेलवे स्टेशन का नाम पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन किया जाता है। यह परिवर्तन भारत सरकार के गृह मंत्रालय की अनापत्ति के बाद किया गया है।
आपको बता दें कि मुगलसराय जंक्शन के नाम को बदलने की कवायद पिछले वर्ष ही शुरू हो गई थी। योगी सरकार की कैबिनेट ने इसके नाम को बदलने का पिछले वर्ष ही फैसला ले लिया था। हालांकि कुछ लोगों ने इसपर आपत्ति जताई थी और इसका नाम पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर करने की मांग की थी।
Source: Live Bihar