अब सरकारी स्कूल के बच्चे भी प्रचंड गर्मी के दिनों में एसी की ठंडी हवा खाएंगे। शिक्षा विभाग ने राज्य के माध्यमिक स्तर के स्कूलों में एसी, फ्रिज, टीवी निर्धारित किराये पर लेकर लगाने का निर्णय लिया है।
किराये का भुगतान प्रति माह स्कूलों के छात्र और विकास कोष से किया जाएगा। ये सारे इलेक्ट्रानिक उपकरण उपलब्ध कराने वाली एजेंसी भी तय कर ली गई है।
यह एजेंसी किराए पर देगी सामान
शिक्षा विभाग के निदेशक (प्रशासन) सह अपर सचिव सुबोध कुमार ने राज्य सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र लिख कहा है कि ‘सप्लाई एंड इंस्टॉलेशन ऑफ होम एंड ऑफिस एप्लायंस’ से प्रति माह किराये पर स्कूलों में एसी और टीवी लगवाए जाएं।
इलेक्ट्रानिक उपकरणों का सबसे अधिक उपयोग राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद एवं राज्य के सरकारी शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों के आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रमों में किया जाएगा।
इलेक्ट्रानिक उपकरणों को किराये पर लेने के लिए एल-वन एजेंसी मेसर्स बालाजी एग्रोटेक एजेंसी से संपर्क करने के लिए कहा गया है। तय किराये में रखरखाव का खर्च भी शामिल है।
सामान – किराया प्रतिमाह (रुपये में)
स्पलिट एसी, डेढ़ टन, थ्री स्टार – 1,097
विंडो एसी डेढ टन, थ्री स्टार – 1,062
विंडो एसी डेढ़ टन (हिट फिलामेंट के साथ)-1,097
फ्रिज – सात लीटर, थ्री स्टार – 767
फ्रिज, 221 लीटर, थ्री स्टार – 885
टीवी, 32 इंच – 767
टीवी, 52 इंच – 885
“एक स्कूल के एक ही कमरे के लिए एसी, टीवी और फ्रिज किराये पर मुहैया कराया जाएगा। यह सुविधा उन स्कूलों को दी जाएगी, जहां के प्रधानाध्यापक इसकी मांग करेंगे। प्रधानाध्यापक तय करेंगे कि वे अपने स्कूल में कहां लगाएं।
– अमित कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी, पटना