बिहार के बच्चों के लिए अच्छी खबर है. बिहार से तीन लोगों का फुटबॉल के मास्टर ट्रेनर के रूप में चयन किया गया है. यह सभी मास्टर ट्रेनर बिहार के सभी जिलों के सभी विद्यालयों में 4 साल से 14 साल तक के बच्चों को फुटबॉल के प्रशिक्षण का गुण सिखाएंगे. जो बच्चे फुटबॉल में अभिरुचि रखते हैं, उन्हें फुटबॉल में अच्छी मंजिल कैसे मिले, इसके लिए मास्टर ट्रेनर बच्चों को पूरी तरह ट्रेंड करेंगे.
जानकारी देते हुए बिहार के मास्टर ट्रेनर रजनीश पांडेय कहते हैं यह बिहार सरकार और भारत सरकार की नई स्कीम है. बिहार सरकार के द्वारा ऑल इंडिया फेडरेशन फुटबॉल की तरफ से यह एक नई स्कीम है. जिसमें फीफा के साथ मिलकर छोटे बच्चों को फुटबॉल के प्रति जागरूक करने के लिए यह नई स्कीम की शुरुआत की गई है. जिसमें हर विद्यालय के बच्चों को स्कूल में फुटबॉल खेलना जरूरी हो गया है. वैसे सभी विद्यालयों के इच्छुक छात्र-छात्राएं जो फुटबॉल में अभिरुचि रखते हैं, उन्हें यह पूरी तरह तैयार करेंगे.
विदेशी कोच ने दी ट्रेनिंग
रजनीश पांडे ने बताया कि इसके लिए बिहार से तीन लोगों का मास्टर ट्रेनर के रूप में चयन किया गया है. साथ-साथ वह कहते हैं कि इसके लिए हम सभी मास्टर ट्रेनों को विशेष रूप से ट्रेनिंग भी दी गई है. वहीं, ट्रेनिंग देने में ब्रिटेन स्पेन सहित ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ फुटबॉल के भी कोच के द्वारा इन सभी मास्टर ट्रेनों पूरी तरह ट्रेंड किया गया.
छोटे छोटे बच्चे भी खेलेंगे फुटबॉल
उन्होंने बताया कि हम सभी मास्टर ट्रेनर बिहार के सभी 38 जिलों के विद्यालयों के 4 साल से 14 साल के जो फुटबॉल में इच्छुक छात्राएं होंगे. उन्हें पूरी तरह तैयार करने का काम करेंगे. उन्होंने कहा इसके लिए विभाग की तरफ से तैयारी भी शुरू कर दी गई है. अगले महीने में जल्द से जल्द सभी विद्यालयों में फुटबॉल के लिए बच्चों का चयन किया जाएगा. बच्चों को फुटबॉल के तरह-तरह के अलग-अलग ट्रिक भी सिखाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि हमारा शुरू से ही प्रयास रहा कि बच्चों को अच्छी मंजिल मिल पाए. इसके लिए वह लगातार प्रयास करते रहते हैं. उन्होंने कहा कि अब वह मास्टर ट्रेनर के रूप में उनका चयन हुआ है तो निश्चित तौर पर बच्चों को पूरी तरह और तैयार करेंगे. जिससे बच्चे बिहारी नहीं पूरे देश का नाम रोशन कर सके.