गया कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग को एक और सफलता हाथ लगी है. बिहार में पहली बार गया के इंजीनियरिंग कॉलेज में बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर की पढ़ाई के लिए मान्यता मिल गई है. काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर के द्वारा बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर कोर्स के पढ़ाई के लिए मान्यता मिली है. बिहार में गया अभियंत्रण महाविद्यालय पहला राज्य सरकार का संस्थान है जिसे इस विषय की पढ़ाई के लिए 40 सीट पर नामांकन के लिए मान्यता मिली है. बिहार में इसकी पढ़ाई सिर्फ एनआईटी पटना में होती है.
संस्थान के लिए गौरव की बात
इस संबंध में गया कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के प्राचार्य डॉ राजन सरकार ने कहा कि यह हमारे संस्थान के लिए गौरव की बात है की हमें मान्यता मिल गई. इसमें तकनीकी शिक्षा विभाग और संस्थान के डीन डॉ.आलोक मिश्रा, प्रो.मो अकनान, प्रो रंजित कुमार चौधरी, रविकांत भारती और संस्थान के सभी प्रोफेसरों और स्टाफ का अहम सहयोग रहा, जिसके कारण यह सफलता मिली है. आज के जमाने में आर्किटेक्ट की मांग बहुत बढ़ गई है. आर्किटेक्ट एक स्किल्ड प्रोफेशनल होता है जो इमारतों की डिजाइनिंग से लेकर उनके निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.
40 सीटों पर होगा नामांकन
मीडिया प्रभारी प्रो.राहुल कुमार ने बताया कि 3 से 5 अगस्त तक इसकी जांच के लिए काउंसिल ऑफ आर्किटेक्चर दिल्ली से दो आर्किटेक्ट आर टी अरासु और एम के गुजारकर की टीम संस्थान में आए थे. संस्थान के जांच प्रक्रिया से वो लोग संतुष्ट थे. इसके बाद काउंसिल द्वारा कई तरह का रिपोर्ट मांगा गया था जिसे संस्थान द्वारा पूरा किया गया था. इन्होंने बताया जल्द ही 40 सीटों पर नामांकन को लेकर राज्य सरकार के द्वारा नोटिफिकेशन जारी की जाएगी.