अगर आपको थोड़ी देर के लिए आंख बंद कर मोबाइल ऑपरेट करने को कहा जाए तो आप नहीं कर पाएंगे. पर दरभंगा के यह आंखों से दिव्यांग बच्चे फटाफट एंड्रायड फोन चला लेते हैं. यह नजारा दरभंगा के इस स्कूल में आपको देखने को मिल जाएगा. इसको देख आप दांतों तले उंगलियां चबा लेंगे.
यहां 1-2 नहीं सैकड़ों की संख्या में नेत्रहीन बच्चे न सिर्फ अपनी दिनचर्या को आम लोगों की तरह करते हैं, बल्कि आम इंसान की तरह एंड्रॉयड फोन को भी फटाफट तरीके से चलाते हैं. यह उत्तर बिहार का इकलौता नेत्रहीन विद्यालय कामेश्वरी प्रिया पुअर होम नेत्रहीन विद्यालय है.
इस ऐप ने दिव्यांग बच्चों को दी साधारण जिंदगी
इस स्कूल में बच्चे आम इंसान की तरह अपने दिनचर्या को करते हैं. ऐसे ही आंखों से दिव्यांग बच्चे सत्यम से बात की गई. सत्यम बताते हैं कि हम दसवीं के छात्र हैं और क्लास 1 से यहां पढ़ाई कर रहे हैं. आम लोगों की तुलना में हमारी दुनिया अलग होती है, लेकिन हमें अपनी दुनिया और अपने लोग ही अच्छे लगते हैं. एंड्रॉयड फोन के बारे में सत्यम बताते हैं कि इसमें एक ऐप आता है. जिसके जरिए हम लोग एंड्रॉयड फोन को साधारण इंसान की तरह ही चलाते हैं.
आपको यह देखकर काफी आश्चर्य होगा कि यहां पर सभी छात्र आपस में बहुत ही मिलजुल कर रहते हैं. जो साधारण व्यक्ति जिस प्रकार से अपनी दिनचर्या को करते हैं. उस तरह से यह बच्चे भी आम इंसान की तरह खेलकूद मोबाइल चलाना पढ़ाई लिखाई सारा चीज करते हैं.