90% अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा, महिला-पुरुषों के लिए बने थे अलग-अलग केंद्र

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दो वर्षीय बीएड एवं शिक्षा शास्त्री में नामांकन के लिए आज यानी 8 अप्रैल को संयुक्त प्रवेश परीक्षा (सीईटी-बीएड)-2023 का आयोजन किया गया।  इस परीक्षा में बिहार के 11 शहरों के 301 परीक्षा केंद्रों पर एक लाख 84 हजार 233 अभ्यर्थियों शामिल हुए, जिनमें 87 हजार 402 महिला और 74 हजार 517 पुरुष अभ्यर्थी थे।

बीएड राज्य नोडल केंद्र ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय द्वारा महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। महिलाओं के लिए 144 और पुरुषों के लिए 156 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। भीषण गर्मी के बावजूद विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर सुबह नौ बजे से ही अभ्यर्थियों की भीड़ जुटने लगी थी। सुबह 11 बजे से परीक्षा आरंभ हुई, जो निर्धारित समय एक बजे तक चली।

 शिक्षा शास्त्री के 255 अभ्यर्थियों के लिए एक परीक्षा केंद्र दरभंगा शहर में बनाए गए थे। इस परीक्षा में 194 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए। इस दौरान कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह दरभंगा शहर के लिए राजभवन से पहुंचे। विशेष पर्यवेक्षक कमलेश प्रसाद सिन्हा और कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद के साथ शहर के एमआरएम महाविद्यालय, एमएलएसएम महाविद्यालय व रोज पब्लिक स्कूल के परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया। हालांकि, इस दौरान कहीं से कोई कदाचार की सूचना नहीं मिली।

बीएड राज्य नोडल केंद्र ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय द्वारा महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। महिलाओं के लिए 144 और पुरुषों के लिए 156 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे। भीषण गर्मी के बावजूद विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर सुबह नौ बजे से ही अभ्यर्थियों की भीड़ जुटने लगी थी। सुबह 11 बजे से परीक्षा आरंभ हुई, जो निर्धारित समय एक बजे तक चली।

 शिक्षा शास्त्री के 255 अभ्यर्थियों के लिए एक परीक्षा केंद्र दरभंगा शहर में बनाए गए थे। इस परीक्षा में 194 अभ्यर्थी सम्मिलित हुए। इस दौरान कुलपति प्रो. सुरेंद्र प्रताप सिंह दरभंगा शहर के लिए राजभवन से पहुंचे। विशेष पर्यवेक्षक कमलेश प्रसाद सिन्हा और कुलसचिव प्रो. मुश्ताक अहमद के साथ शहर के एमआरएम महाविद्यालय, एमएलएसएम महाविद्यालय व रोज पब्लिक स्कूल के परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया। हालांकि, इस दौरान कहीं से कोई कदाचार की सूचना नहीं मिली।

सीईटी-बीएड-2023 के राज्य नोडल पदाधिकारी प्रो. अशोक कुमार मेहता ने कहा कि सीईटी-बीएड की परीक्षा को लेकर राजभवन से आए विशेष पर्यवेक्षक आरा शहर के लिए विनय कुमार ठाकुर, भागलपुर के लिए आनंद अभिषेक, छपरा के लिए भैरव नाथ सिंह, दरभंगा के लिए कमलेश प्रसाद सिन्हा, गया के लिए महावीर प्रसाद सिन्हा, हाजीपुर के लिए प्रवीन कुमार गुप्ता, मधेपुरा के लिए जमील अख्तर, मुंगेर के लिए नरेश प्रसाद, मुजफ्फरपुर के लिए दिवाकर चटर्जी, पटना के लिए संजय कुमार और पूर्णिया के लिए शाहीद अतहर को पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।

उन्होंने कहा कि बिहार के पटना, हाजीपुर, गया, आरा, छपरा, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मुंगेर, पूर्णिया, भागलपुर व मधेपुरा में कुल 301 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा का आयोजन किया गया था।

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