7 साल की उम्र में पिता को खोया, NDA परीक्षा में कई बार फेल, अब CAPF में बने असिस्टेंट कमांडेंट

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7 साल की उम्र में पिता को खोया, तो एनडीए की परीक्षा में भी कई बार असफल हुए. फिर भी प्रयास निरंतर जारी रखा. मन में बस एक ही बात थी कि वर्दी तो जरूर पहनूंगा. यह कहानी मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा रोड स्थिति मॉडल कॉलोनी में रहने वाले निखिल राज की है. दरअसल निखिल राज ने देशभर में आयोजित सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की परीक्षा में सफलता हासिल की है. वह इस फोर्स में असिस्टेंट कमांडेंट के तौर पर अपनी सेवा देंगे. निखिल ने बताया कि वो शुरुआत से ही यूनिफॉर्म सर्विस में जाना चाहते थे. इस परीक्षा को पास कर उनका सपना अब हकीकत में बदल रहा है.

निखिल ने अपनी बारहवीं की पढ़ाई मुजफ्फरपुर के ही केंद्रीय विद्यालय से की है. इसके बाद स्नातक की पढ़ाई बिहार विश्वविधालय पूरी की है. निखिल की मां अरुणा सिंह ने बताया कि निखिल जब 7 साल का था, तभी सड़क हादसे में उसके पिता का देहांत हो गया था. कम उम्र में पिता को खोने के बाद भी उसने हालात से हार नहीं माना और वो शुरू से पढ़ाई में लगा रहा. आज मेरे बेटे निखिल को इतनी बड़ी सफलता मिली है. वहीं, निखिल राज ने बताया कि सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की परीक्षा हर वर्ष यूपीएससी के माध्यम से होती है, जिसमें 137वीं रैंक आना उनके लिए गर्व की बात है.

 

NDA की परीक्षा में कई बार असफल
निखिल के मुताबिक, 12वीं के बाद उन्होंने एनडीए की परीक्षा में जाने के लिए भी खूब मेहनत की थी. कई बार प्रयास किया, लेकिन हर बार असफलता नहीं मिली. फिर उन्होंने ठान लिया कि किसी ना किसी माध्यम से राष्ट्र सेवा करेंगे. आखिरकार सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की परीक्षा में पहले अटेम्प्ट में ही सफलता मिल गई. साथ ही बताया कि उनकी कामयाबी में उनके मामा लेफ्टिनेंट कर्नल विकास कुमार सिंह का बेहद योगदान है. मामा पहले से आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल थे और उन्हें देखकर पढ़ने की और यूनिफॉर्म फोर्स में जाने की प्रेरणा प्रबल हुई. इसके साथ निखिल ने अपने दोनों मामा के साथ चाचा के सहयोग और मार्गदर्शन पर आभार जताया है.

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