अगले साल में 60 हजार 9000 किमी ग्रामीण road का निर्माण कर सभी बसावटों को संपर्कता प्रदान की जाएगी। इनमें 2017-18 में 12 हजार किलोमीटर सड़क बनाई जाएगी। इस पर 10 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे।
अगले तीन सालों में इस लक्ष्य को पूरा कर लिया जाएगा। बता दें कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना में सबसे अधिक लंबाई में road निर्माण का अवार्ड बिहार को मिला है। समीक्षा बैठक में यह भी निर्णय हुआ कि प्लास्टिक वेस्ट के उपयोग से सड़क निर्माण किया जाएगा।
इस वर्ष 374 पथों में 657 किलोमीटर से अधिक लंबाई में road के निर्माण में प्लास्टिक वेस्ट का प्रयोग किया जाएगा। इससे कचरा प्रबंधन में सहूलियत होने के साथ-साथ विटुमिन की मात्र आठ फीसदी तक कम होगी।
इससे लोगों को एक नियमित रोजगार भी मिलेगा। राज्य के पर्यटन स्थलों का सर्वेक्षण कर उन सभी को सड़क से जोड़ने की योजना बनायी जा रही है।
समीक्षा के दौरान ग्रामीण कार्य मंत्री शैलेश कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, ग्रामीण कार्य के सचिव विनय कुमार आदि उपस्थित थे।